द लीडर हिंदी: ज्ञानवापी केस और बरेली के 2010 दंगे से जुड़े केस में फैसला सुनाने वाले जज रवि कुमार दिवाकर को धमकी मिली है. उन्हें यह धमकी विदेशी नंबर से कॉल करके दी गई है. जज रवि दिवाकर ने एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान को पत्र लिखकर मामले की जानकारी दी है. साथ ही मामले की जांच को कहा है.मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जज ने एसएसपी को पत्र लिखकर बताया है कि 15 अप्रैल की रात 8 बजकर 42 मिनट पर इंटरनेशनल नंबर से जज रवि दिवाकर के निजी नंबर पर कॉल आई, हालांकि जज की ओर से इस कॉल का जवाब नहीं दिया गया. क्योंकि विदेशी नंबरों से उन्हें पहले भी कई बार धमकी मिल चुकी है.
आपको बता दें कि जज रवि दिवाकर ने ही साल 2022 में काशी के चर्चित ज्ञानवापी केस में परिसर का वीडियोग्राफिक सर्वे कराने का फैसला सुनाया था. साथ ही ज्ञानवापी परिसर में वुजू खाने को सील करने का आदेश दिया था. तब भी उन्होंने धमकियां मिलने की बात कही थी. इसके बाद जज रवि दिवाकर का बरेली तबादला हो गया था.
पिछले दिनों उन्होंने बरेली के 2010 दंगे से जुड़े मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रज़ा ख़ान को मास्टर माइंड माना था और उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था. यह मामला काफी दिनों तक सुर्खियों में रहा था. हालांकि, बाद में मौलाना को मामले में सुप्रीम कोर्ट से राहत मिल गई थी. अब जज रवि कुमार दिवाकर को फिर एक बार विदेशी नंबर से फोन आने का मामला सामने आया है. जज रवि दिवाकर की ओर से एसएसपी को पत्र लिखकर पूरे मामले से अवगत करा दिया गया है और जांच कराने को कहा है.