जडेजा के करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन और भारत का गावस्कर-बार्डर ट्राफी पर चौथी पर बार क़ब्ज़ा

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The Leader. चोट के बाद रवींद्र जडेजा ज़ख़्मी शेर साबित हो रहे हैं, जिस तरह उन्होंने आस्ट्रेलिया के साथ गावस्कर-बार्डर ट्राफी में यादगार प्रदर्शन किया, उससे यही साबित हुआ. वापसी के बाद पहले टेस्ट में ही जडेजा ने जता दिया था कि वो इस सीरीज़ किस क़दर ख़तरनाक साबित होने जा रहे हैं. गेंद के साथ बल्ले से भी ख़ूब हाथ दिखाए. नंबरवन आल राउंडर होने की तरफ तेज़ी से क़दम बढ़ाए. उनके प्रदर्शन की बदौलत भारत का चार मैच की सीरीज़ में दो मैच जीतते ही ट्राफी पर क़ब्ज़ा तय हो गया. यहां अगर हम चेतेश्ववर पुजारा और विकेट कीपर शिखर भगत का चर्चा नहीं करें तो यह उनके साथ नाइंसाफ़ी होगी.


भारत बनाम आस्ट्रेलियाः जडेजा की वो यादगार वापसी और शमी की गेंद पर वार्नर का हवा में उड़ता विकेट


पहले बात जडेजा की. दूसरे टेस्ट में इस स्पिनर ने 10 विकेट लिए. पहली पारी में तीन और दूसरी में आस्ट्रेलिया के सात बल्लेबाज़ों को पिच पर धराशाई करके वापस पवेलियान रवाना कर दिया. उनके इस प्रदर्शन की बदौलत भारत को दूसरी पारी में 115 रन का टारगेट मिला था. इतने रन बनाना भी मुश्किल साबित होता दिखा. तब जबकि कप्तान रोहित, केएल राहुल विराट कोहली और श्रेयस अय्यर टीम को मझधार में छोड़कर मैदान से बाहर आ गए तो राहुल द्रविड़ के बाद भारत की दूसरी दीवार कहे जाने वाले पुजारा ने पिच पर तंबू गाड़ दिया. 31 रन पर नाबाद रहे और शिखर भरत के साथ लंबी पार्टनरशिप करके भारत को जिताकर लौटे. भरत ने 22 गेंद में 23 रन बनाकर टीम में बने रहने की उम्मीदों को बरक़रार रखा. चेतेश्वर पुजारा के लिए भी उनका प्रदर्शन यादगार रहेगा. उनका यह सौवां टेस्ट था.


सिराज के बाद अब मुहम्मद शमी की घातक गेंदबाज़ी से न्यूज़ीलैंड की करारी हार


इन तीन खिलाड़ियों के अलावा मुहम्मद शमी, रविचंद्रन अश्विन, अक्षर पटेल का भी मैच जिताने में योगदान रहा. शमी ने पहली पारी में आस्ट्रेलिया के चार विकेट उखाड़े. वो दिन अंदाज़ में बल्लेबाज़ों को रफ़्तार भरी गेंदों से बोल्ड कर रहे हैं, वो देखने में ही बहुत शानदार लग रहा है. विकेट उखड़कर हवा में उड़ते दिखाई देते हैं. मुश्किल पिच पर जिस तरर अक्षर पटेल ने पहली पारी में 74 रन बनाए वो उनकी क्लास बल्लेबाज़ी ही कही जाएगी. अश्विन ने दोनों पारियों में तीन-तीन विकेट लेकर अपने नाम के अनुरूप ही प्रदर्शन किया. तीसरे दिन ही आस्ट्रेलिया पर छह विकेट से जीत दर्ज करने के बाद सभी खिलाड़ी जश्न मनाते दिखे. इसलिए भी कि दो टेस्ट जीतने के साथ ही चार मैचों की सीरीज़ भारत के नाम हो गई. इसकी वजह यह है कि पिछली सीरीज़ भी भारत जीता था. अब अगर आस्ट्रेलिया बाक़ी के दोनों टेस्ट जीत भी जाती है तो इससे ट्राफी भारत के पास ही रहेगी. वैसे जिस तरह से टीम इंडिया प्रदर्शन है, वो आस्ट्रेलिया पर क्लीन स्वीप का अंदाज़ा दे रहा है. रिकॉर्ड के एतबार से बात करें तो विराट कोहली सबसे तेज़ 25 हज़ार रन पूरे करने वाले बल्लेबाज़ बन गए.