इजराइल ने फिलिस्तीन के 50 स्कूलों पर बम दागे, 63 बच्चों की मौत, करीब 42 हजार फिलिस्तीनी बच्चों का जीवन प्रभावित

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Israel Bombed 50 Palestinian Schools
इजराइल की बमबारी में मारे गए कई बच्चों की लाशें रखी हैं. और फिलिस्तीनी अपने बच्चों की लाशों को दफनाने के लिए खड़े हैं. फोटो-साभार ट्वीटर

द लीडर : फिलिस्तीनियों को मिटाने पर तुले इजराइल ने उसके स्कूल-कॉलेजों को निशाना बनाया है. इसमें 63 फिलिस्तीनी बच्चे मारे गए हैं. जबकि सैकड़ों गंभीर रूप से घायल हुए हैं. सेव द चिल्ड्रन ने हिंसा में बच्चों के नुकसान के आकलन पर एक रिपोर्ट जारी की है. जिसके मुताबिक इजराइल की बमबारी से करीब 41,897 बच्चों का जीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. रिपोर्ट से ये साफ होता कि इजराइल ने बच्चों-स्कूलों को निशाना बनाकर फिलिस्तीनियों का भविष्य बर्बाद करने की क्रूरता की है.

इजराइल फिलिस्तीनियों को शेख जर्राह से जबरन बेदखल करना चाहता है. ताजा विवाद इसी का नतीजा है. पिछले दो सप्ताह से इजराइल-फिलिस्तीन के बीच जारी इस लड़ाई में करीब 217 फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं. जिसमें महिलाएं, बच्चे भी शामिल हैं.

इजराइल, जोकि आत्मरक्षा की दुहाई देकर गाजा, वेस्ट बैंक और अन्य हिस्सों पर बमबारी कर रहा है. वो दुनिया के अपने संरक्षक मुल्कों को ये बता रहा है कि हमास के हमले के जवाब में उसने ये कार्रवाई की है. हमास के नाम पर ही उसे कुछ ताकतवर देशों का समर्थन हासिल है.

फिलिस्तीन में मलबे के एक ढेर पर झंडा लेकर मुस्कुरा रही बच्ची.

हालांकि जिस तरह से उसने निहत्थे फिलिस्तीनियों पर गोलियां, बम दागे हैं. उसकी इस क्रूरता से दुनिया भर में आक्रोश पनप रहा है. और कई देशों के लोग सड़कों पर आकर प्रदर्शन कर रहे हैं. लेकिन इजराइल के तेवरों में कोई कमी नहीं आ रही है.


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इस सबके बीच सेव द चिल्ड्रन ने गाजा, वेस्ट बैंक और फिलिस्तीन के बमबारी प्रभावित क्षेत्रों में बच्चों की स्थिति का आकलन किया है. जिसमें पाया गया है कि पिछले सप्ताह भर में गाजा पट्टी में करीब 50 स्कूल क्षतिग्रस्त हुए हैं. हिंसा के कारण दूसरे स्कूलों को भी बंद कर दिया गया है.

मिडिल ईस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक सेव द चिल्ड्रन कंट्री के निदेशक जेसन ली ने कहा कि ये क्रूर सच्चाई है कि कोई भी बच्चा सुरक्षित नहीं है. और हम ये बार-बार देखते हैं कि हिंसाग्रस्त संघर्ष क्षेत्रों में बच्चों का जीवन सबसे ज्यादा प्रभावित होता है.

कनाडा के मिशिगन में फिलिस्तीनियों पर इजराइली बर्बरता के खिलाफ विरोध दर्ज कराते लोग. फोटो-साभार ट्वीटर

गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 10 मई से इजराइली बमबारी शुरू होने के बाद से अब तक 63 बच्चे और 36 महिलाएं मारी जा चुकी हैं. कुल मृतकों की संख्या 219 है. अकेले गाजा में 450 से अधिक बच्चे घायल हैं. जिसमें एक ऐसा स्कूल है, जो बमबारी से घिरे इजराइल एंकलेव के अंदर हैं.


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ये स्कूल पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है. हमले से तबाह हुए ऐसे हर स्कूल में बच्चों के लिए तमाम संभावनाएं थीं. संयुक्त राष्ट्र संघ की एजेंसी (UNWRA) के अनुसार हिंसा में करीब 47 हजार लोगों को विस्थापित होकर शरण लेनी पड़ी है. जिनके बच्चों के लिए शरणायलयों में शिक्षा का बंदोवस्त किया गया है.

सेव द चिलंड्रन के मुताबिक हमास के रॉकेट हमले में इजराइल के भी तीन स्कूल नष्ट हुए हैं. एनजीओ ने दोनों पक्षों से स्कूल और बच्चों को निशाना न बनाए जाने की अपील की है. कई देशों में सिर्फ इसीलिए विरोध किया जा रहा है कि इजराइल ने बच्चों को निशाना बनाया है. बच्चों की लाशें हाथों में लेकर बिलखते फिलिस्तीनियों के वीडियो-तस्वीरें लोगों को हतप्रभ कर रही हैं.

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