विदेशी मदद को लेकर भारत सरकार की सफाई, राज्यों तक पहुंचाई जा रही ऑक्सीजन, कोई कंसाइनमेंट कस्टम पर नहीं रुका

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Indian Governments Foreign Help Oxygen

द लीडर : कोरोना महामारी में वैश्विक सहायता के वितरण को लेकर अंतरराष्ट्रीय मीडिया में भारत की आलोचना हो रही है. इस पर भारत सरकार ने अपनी सफाई पेश की है. जिसमें कहा है कि जो भी वैश्विक मदद आ रही है, उसे राज्यों तक पहुंचाया जा रहा है. कस्टम अथॉरिटी के द्वारा कोई ऑक्सजीन कंटसंट्रेटर पेंडिंग नहीं और सभी प्राप्त किए जा चुके हैं. (Indian Governments Foreign Help Oxygen)

स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी सफाई पत्र में कहा गया है कि मीडिया के कुछ हिस्से में विदेशों से आने वाले ऑक्सीजन कंसंट्रेटर कस्मटम क्लियरेंस न होने के कारण लोगों तक मदद नहीं पहुंच पा रही है. ऐसी खबरें गलत और तथ्यहीन हैं. सेंट्रल बोर्ड ऑफ इंडायरेक्ट टैक्सेस एंड कस्टम (CBIC) विभिन्न देशों से आने वाली 3000 से अधिक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर प्राप्त कर चुका है. और इन्हें महामारी से लड़ रहे राज्यों तक पहुंचाया जा रहा है ताकि लोगों को तत्काल राहत मिल सके.

मॉरीशस ने 200 ऑक्सीजन कंसट्रेटर भेजे हैं, जबकि रूस ने 20, ब्रिटेन ने करीब 670, रोमानिया ने 80, आयरलैंड ने 700, थायलैंड ने 30, चीन ने 1000, उज्बैकिस्तान ने 151 और अन्य देशों से ऑक्सीजन कंसट्रेटर आए हैं. ये सभी सहायता रोड और वायुसेवा के माध्यम से पहुंचाई जा रही है.


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स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि भारतीय कस्टम विदेशों से आने वाली कोविड सहायत को लेकर गंभीर है और इसे फौरन रिसीव किया जा रहा है. पहले भी सोशल मीडिया पर इस तरह की खबरें सामने आई थीं, जिसका वित्तमंत्रालय ने खंडन किया था. मंत्रालय ने अपने स्पष्टीकरण में कहा था कि हमने जांच की है, कोई भी कंसाइनमेंट रुका नहीं है. ट्वीटर पर इसका फोटोग्राफ भी जारी किया गया था. और आग्रह किया गया था कि अगर किसी कंसाइनमेंट के रुकने की जानकारी है तो सूचित करें.

कोरोना की दूसरी लहर भारत में भारी तबाही मचाए हुए हैं. संक्रमित मामलों की प्रतिदन संख्या चार लाख के पार हो चुकी है. और तीन हजार के करीब औसत मृत्यु सामने आ रही हैं. लेकिन जिस तरह से कोरोना से निपटा जा रहा है, उसको लेकर भारत सरकार की अंतरराष्ट्रीय मीडिया में आलोचना हो रही है.

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