ब्रिसबेन में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चौथे टेस्ट मैच को जीतकर टीम इंडिया ने वह कर दिखाया है जिसे असंभव माना जा रहा था. कांटे के मुकाबले में भारत ने मेजबान ऑस्ट्रेलिया को सीरीज के आखिरी मैच में 3 विकेट से हराकर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2-1 से एक दफा फिर कब्ज़ा ली है. गौरतलब है कि ट्रॉफी को अपने पास बनाए रखने के लिए भारत को इस मैच को सिर्फ ड्रा करना था. (India won the Test series)
ब्रिसबेन के कठिन माने जाने वाले ऐतिहासिक मैदान पर भी टीम इंडिया की यह पहली विजय है. इससे पहले ब्रिसबेन के मैदान पर कोई भी टीम कभी 250 रन के स्कोर का पीछा करने में कामयाब नहीं हुई थी, इतना बड़ा टारगेट यहाँ कभी चेज नहीं किया जा सका. चोटिल स्टार खिलाड़ियों के बिना खेल रही नौसिखिया दिखाई दे रही भारतीय टीम ने इस चमत्कार को क्र दिखाया.
इस करिश्माई जीत को आने वाले समय में कई सालों तक याद किया जाएगा.
उतार-चढ़ाव और रोमांच से भरपूर इस मुकाबले में हर पल मैच इधर-उधर फिसलता दिखाई दिया अंततः युवाओं से भरी भारतीय टीम ने सीरीज को अपनी झोली में फदाल दिया. मैच की आखिरी पारी में भारत को जीत के लिए 328 रन की ज़रूरत थी. शुभमन गिल (91), चेतेश्वर पुजारा (56) और ऋषभ पंत (85*) के नाजुक मौके पर बनाये गए जुझारू अर्धशतकों की बदौलत भारत ने सीरीज को जीतकर इतिहास रच दिया.