दो दिन में कांग्रेस के 3 कद्दावर लोगों ने छोड़ दी पार्टी, एक ने कहा- मैं अपराध का भागी नहीं बनना चाहता

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द लीडर हिंदी : लोकसभा चुनाव से पहले हर दल में उठापटक जारी है .इसी बीच कांग्रेस पार्टी में भारी भगदड़ मचती दिखाई दे रही है. कांग्रेस के लिये ये दौर काफी नाजुक माना जा रहा है. 24 घंटे के अंदर कांग्रेस के 3 कद्दावर लोगों ने पार्टी छोड़ दी है.बता दें कांग्रेस अभी बॉक्सर विजेंदर सिंह के ‘सियासी पंच’ और संजय निरुपम के हमले से उबर भी नहीं पाई थी कि 24 घंटे में गौरव वल्लभ के रूप में ट्रिपल अटैक का सामना करना पड़ गया. कांग्रेस के प्रवक्ता रहे गौरव वल्लभ ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा देने के कुछ ही घंटों बाद बीजेपी जॉइन कर ली. 4 अप्रैल की सुबह-सुबह गौरव वल्लभ ने एक पोस्ट कर कांग्रेस छोड़ने की जानकारी दी थी.

इस दौरान वही गौरव ने बड़ी सधी हुई भाषा में कांग्रेस को आइना दिखाया है .और भटकी हुई पार्टी करार दिया है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर किए पोस्ट में वो कहते हैं, कांग्रेस पार्टी आज जिस प्रकार से दिशाहीन होकर आगे बढ़ रही है, उसमें मैं खुद को सहज महसूस नहीं कर पा रहा.

गौरव वल्लभ अपने पोस्ट में आगे कहते हैं, भावुक हूं. मन व्यधित है. काफी कुछ कहना चाहता हूं. लिखना चाहता हूं, बताना चाहता हूं लेकिन मेरे संस्कार ऐसा कुछ भी कहने से मना करते है जिससे दूसरों को कष्ट पहुंचे. फिर भी में आज अपनी बातों को आपके समक्ष रख रहा हूं, क्योंकि मुझे लगता है कि सच को छुपाना भी अपराध है. और मैं अपराध का भागी नहीं बनना चाहता.

इसके साथ ही गौरव वल्लभ ने कहा, ‘महोदय, मैं वित्त का प्रोफेसर हूं. कांग्रेस पार्टी की सदस्यता हासिल करने के बाद पार्टी ने राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया. कई मुद्दों पर पार्टी का पक्ष दमदार तरीके से देश की महान जनता के समक्ष रखा लेकिन पिछले कुछ दिनों से पार्टी के स्टैंड से असहज महसूस कर रहा हूं. जब मैने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन किया तब मेरा मानना था कि काग्रेस देश की सबसे पुरानी पार्टी है जहा पर युवा, बौद्धिक लोगों की, उनके आइडिया की कद्र होती है.

वही पूर्व सांसद संजय निरुपम ने गुरुवार को पार्टी से निकाले जाने को लेकर कांग्रेस नेतृत्व पर कटाक्ष किया. उन्होंने दावा किया कि पार्टी ने ऐसा उनकी तरफ से अपना इस्तीफा भेजने के बाद किया गया. पार्टी को कार्रवाई के लिए ए-4 साइज का पेपर बर्बाद करने की जरूरत नहीं थी. इससे पहले अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी बयानों की शिकायतों के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार देर शाम निरुपम को तत्काल प्रभाव से छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित करने का फैसला किया था.आपको बता दें संजय निरुपम मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा क्षेत्र से टिकट की उम्मीद लगाए बैठे थे. हालांकि, आगामी संसदीय चुनावों के लिए शिवसेना (यूबीटी) ने इस सीट से अपने उम्मीदवार का एलान कर दिया था.

जहां एक तरफ सभी दलों में लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारियां चल रही है.वही दूसरी तरफ कांग्रेस को नुकसान के बाद नुकसान उठाना पढ़ रहा है. कल 3 अप्रैल को मुक्केबाजी में भारत के पहले ओलंपिक पदक विजेता और कांग्रेस नेता विजेंदर सिंह भाजपा में शामिल हो गए.

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