जनता के किचन पर किसान आंदोलन का असर- पढ़ें ये पूरी खबर

द लीडर हिंदी : जनता की जेब पर किसान आंदोलन का बड़ा असर हुआ है. सरकार के कानों में किसान की मांगों को लेकर जूं तक नहीं रेंग रही है. लेकिन इसका खामियाजा आम लोग भुगतना पड़ रहा है. किसान के उग्र आंदोलन के चलते यातायात पर जहां बुरा असर पड़ रहा था. अब इसकी मार लोगों के किचन में पड़ने वाली है.

बता दें पंजाब से आ रहे किसानों के दिल्ली कूच को लेकर अब आमजन की खाने-पीने की चीजों की सप्लाई पर भी असर पड़ना शुरू हो गया है. पंजाब से आने वाला आलू, मटर, किन्नू और आजादपुर सब्जी मंडी से आने वाली कुछ सब्जियां भी रोहतक मंडी में नहीं पहुंच रही हैं. गुजरात से आने वाले टमाटर के लिए ट्रांसपोर्ट वाले गुजरात जाने से मना कर रहे हैं.

इसके चलते सब्जी मंडी में टमाटर का सिर्फ शुक्रवार का ही स्टॉक बचा हुआ है.फिलहाल स्थानीय स्तर पर पहुंच रहे टमाटर से ही काम चलाना पड़ रहा है. अगर किसानों का आंदोलन इसी तरह चलता रहा तो सब्जियों के दामों में भी भारी उछाल हो सकता है.

बता दें फर्रुखनगर से मटर पहुंच रहे है. सब्जी मंडी के प्रधान का कहना है कि ट्रांसपोर्ट यूनियन तो ट्रक भेजने के लिए तैयार है, लेकिन ड्राइवर गुजरात की तरफ जाने से मना कर रहे हैं. इसके चलते पिछले दो दिन से गुजरात की तरफ से टमाटर भी नहीं आ रहा है. वहीं पंजाब की तरफ से आने वाला आलू व मटर ट्रकों में भरकर आ रहा था, लेकिन उन्हें पंजाब से ही लौटना पड़ा.

हालांकि अभी जिले के ही गांव से आने वाला टमाटर व फर्रुखनगर से आने वाली मटर से ही काम चलाया जा रहा है.इससे ये साफ नजर आ रहा है जब तक किसानों का ये आंदोलन खत्म नहीं होता तब तक आवाजाही पर बुरा असर पड़ने वाला है. इसके साथ ही आजादपुर मंडी से भी सब्जियां न पहुंचने के कारण अगले दो दिन बाद समस्या गहरा सकती है. यही नहीं गुजरात की तरफ से आने वाला अंगूर भी कम मात्रा में पहुंच रहा है.

अगर बॉर्डर सील इसी तरह से रहे तो अन्य सब्जियां भी इधर-उधर आने-जाने में समस्या और बढ़ेगी. नासिक से आने वाला प्याज भी अब नहीं पहुंच रहा है. फिलहाल एक सप्ताह का प्याज का स्टॉक पड़ा हुआ है. बाकी की सब्जी राम भरोसे.बता दें बाॅर्डर सील होने के बाद भिंड़ी, शिमला मिर्च, टिंडा,अदरक,खीरा,नीबू के दाम काफी बड़े है .60 रूपये में बिकने वाली सब्जी अब 80 रूपये में बिक रही है.पंजाब से हरियाणा आने वाले आलू, मटर और किन्नू की आपूर्ति बंद है. सब्जियों के दामों में उछाल देखने को मिल रहा है.

Abhinav Rastogi

पत्रकारिता में 2013 से हूं. दैनिक जागरण में बतौर उप संपादक सेवा दे चुका हूं. कंटेंट क्रिएट करने से लेकर डिजिटल की विभिन्न विधाओं में पारंगत हूं.

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