“मैंने वही कहा जो कुरान में लिखा है” SIT के सामने इफ्तिखारुद्दीन नें दर्ज कराया बयान

0
562

द लीडर | कानपुर के पूर्व मंडलायुक्त और राज्य सड़क परिवहन निगम के चेयरमैन आइएएस इफ्तिखारुद्दीन पिछले दिनों एक वीडियो वायरल होने के बाद विवादों में आ गए थे। वायरल वीडियो में वह धार्मिक भावना का पाठ पढ़ाते नजर आए थे। शासन ने इसे गंभीरता के साथ लिया और महानिदेशक CBCID जीएल मीणा की अध्यक्षता और एडीजी जोन भानु भाष्कर की दो सदस्यीय SIT का गठन का पूरे मामले में सात दिनों के अंदर रिपोर्ट मांगी थी। इसी क्रम में उनसे बुधवार को CBCID मुख्यालय में 6 घंटे सवाल जवाब का क्रम चला। उन्होंने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज किया पर वीडियो में उपस्थिति स्वीकार कर ली।

आइएएस ने माना का वीडियो में वही हैं

बुधवार की दोपहर करीब दो बजे इफ्तिखारुद्दीन सीबीसीआइडी कार्यालय पहुंचे। यहां पर एसआइटी के अध्यक्ष व सदस्य ने उनसे पूछताछ की। पूछताछ करीब सात घंटे तक चली। पूछताछ में उन्होंने माना है कि जो वीडियो वायरल हुए हैं, वह सभी उनके हैं।


यह भी पढ़ें – सामाजिक बेड़ियों को तोड़ डॉ. असीमा चटर्जी ने साइंस की दुनिया में हासिल किया अलग मुकाम, भारत की पहली वैज्ञानिक बनी थीं


आईएएस ने वीडियो में उपस्थिति तो स्वीकारी लेकिन किसी धर्म प्रचार या फिर किसी के धार्मिक भावना को आहत करने के आरोपों से इनकार कर दिया। यह पूछने पर उन्होंने कुरआन की आयतें अफसरों को सुनाई और बोले बताओ क्या गलत कहा। जो कहा वह कुरआन में लिखा हुआ है। उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों को साफ तौर पर कार दिया। उन्हेंं पूछताछ के लिए गुरुवार को दोबारा बुलाया गया है।

एसआईटी सूत्रों के मुताबिक पूर्व कमिश्नर ने सभी आरोपों को खारिज किया और दलील पेश की। उन्होंने कहा कि वीडियो में ऐसी कोई बात नहीं है जिसे लेकर किसी की भावना आहत हो। तकरीर, किसी धार्मिक कार्यक्रम में हिस्सा लेना अपराध नहीं है। कुछ वीडियो को किसी साजिश का हिस्सा भी करार दिया।

पहली बार में नहीं हाज़िर हुए थे इफ्तिखारुद्दीन

दरअसल, SIT ने बयान लेने के लिए इफ्तिखारुद्दीन को तलब किया था, मगर वे नहीं आए थे। उसके बाद मंगलवार (5 अक्टूबर 2021) को उन्होंने SIT को कॉल किया और बुधवार को आने का वादा किया। बुधवार को दोपहर करीब दो बजे वह CBCID दफ्तर पहुँचे। CBCID के कार्यालय में SIT प्रमुख व सदस्य ने उनसे पूछताछ की।

इसके बाद उन्हें गुरुवार (7 अक्टूबर) को पूछताछ के लिए वापस बुलाया गया है। दरअसल, कानपुर के वरिष्ठ कर्मचारी नेता भूपेश अवस्थी ने भी इफ्तिखारुद्दीन के वायरल वीडियो को लेकर सीएम योगी से शिकायत की थी। वीडियो में एक शख्स कुर्सी पर बैठ कर जमीन पर बैठे कुछ मुस्लिमों को सम्बोधित कर रहा है, जिसे IAS इफ्तिखारुद्दीन बताया जा रहा है।


यह भी पढ़ें – Urse Razvi Controversy : आला हजरत दरगाह के प्रमुख की हिमायत में मौलाना तौकीर, IMC कार्यकर्ता भी देंगे गिरफ्तारी


दो दिन में दाखिल होगी रिपोर्ट

एसआईटी ने 28 सितंबर से जांच शुरू की थी। शासन ने एक सप्ताह में जांच रिपोर्ट मांगी थी। एसआईटी चेयरमैन ने कानपुर में भी कई लोगों के बयान दर्ज किए। कमिश्नर आवास की जांच कर वीडियो के सीन से मैच कराया। पूर्व कमिश्नर के सुरक्षा कर्मियों, कमिश्नर कार्यालय और आवास पर तैनात रहे उनके करीबी कर्मचारियों से पूछताछ की गई।

जांच के दौरान आए तथ्यों के आधार पर सवाल किए गए। अब एसआईटी सभी के बयान, वीडियो की जांच तथा आईएएस के बयान के आधार पर रिपोर्ट तैयार करेगी। रिपोर्ट तैयार करने में दो दिन का वक्त लगेगा। माना जा रहा है कि शुक्रवार तक एसआईटी शासन को रिपोर्ट सौंप देगी। 

अपर मुख्य सचिव गृह से मिले अफसर

मोहम्मद इफ्तिखारुद्दीन के बयान दर्ज होने के बाद एसआइटी के अफसर अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी से मिले। अफसरों ने इस पूरे प्रकरण में अब तक हुई प्रगति के बारे में विचार विमर्श किया। गुरुवार को बयान दर्ज होने के बाद देर रात या शुक्रवार तक एसआइटी उक्त मामले में रिपोर्ट सौंप सकती है


यह भी पढ़ें – 2022 में यूपी में कमल नहीं खिलेगा बल्कि सपा की साइकिल दौड़ेगी, मैं महाराष्ट्र का अघोषित मुख्यमंत्री हूं- अबू आसिम


LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here