द लीडर हिंदी : उत्तर प्रदेश के मेरठ में होली के मौके पर मातम छा गया.मेरठ में बड़ा दर्दनाक हादसा हुआ.यहां मोबाइल फटने से 4 बच्चों की जान चली गई. परिजन घायल हैं. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना जनता कॉलोनी की बताई जा रही है. बता दें शनिवार रात जिले के थाना पल्लपुरम थाना क्षेत्र की जनता कॉलोनी में मोबाइल चार्जर से निकली चिंगारी 4 बच्चों की मौत का वजह बन गई. मोबाइल चार्जर में शार्ट सर्किट की वजह से घर में आग लग गई. इस घटना में पति-पत्नी और चार बच्चे बुरी तरह झुलस गए. अस्पताल में बच्चों की मौत हो गई, जबकि माता-पिता की हालत गंभीर है.
बता दें यहां किराए के मकान में रह रहे मजदूर के घर में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई. बताया जा रहा मोबाइल फटने की कारण हादसा हुआ. हादसे की जानकारी लोगों ने पुलिस को दी और आग पर काबू पाया.वही पुलिस ने सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया.
बताते हैं कि मुजफ्फरनगर के सिखेड़ा निवासी जानी पुत्र अपनी पत्नी बबिता और चार बच्चों सारिका, निहारिका (8),गोलू (6) और कालू (5) के साथ किराये पर रहता है. जानी दिहाड़ी मजदूर है. होली की तैयारी के कारण वह शनिवार को घर पर ही था. शाम के वक्त जानी और उसकी पत्नी बबिता होली के पकवान बना रहे थे. चारों बच्चे दूसरे कमरे में थे. कमरे के अंदर ही मोबाइल चार्जर लगा हुआ था. अचानक चार्जर में शार्ट सर्किट के साथ तेज धमाका हुआ, जिससे पूरे कमरे में आग लग गई.
आग की लपेट में बिस्तर और पर्दे, घिर गए चारों बच्चे
हादसा काफी भयानक था. आग ने पर्दों के साथ बिस्तर को भी लपेट में ले लिया. इससे बच्चे भी चपेट में आ गए. देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धर लिया. यह देख जानी और बबिता कमरे की तरफ दौड़े और बच्चों को प्रयास करने लगे, जिससे वह दोनों भी झुलस गए. बताया जा रहा है कि बड़ी बेटी ने भाई-बहनों को बचाने की काफी कोशिश की, इससे वह भी लपटों में घिरकर झुलस गई. आग में धू-धूकर जलते घर को देखकर आसपास के लोग बचाव के लिए दौड़े. पुलिस भी सूचना मिलने पर पहुंची. झुलसे सभी लोगों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. यहां सभी 4 बच्चों की मौत हो गई.
आग में राख हो गई होली की सारी खुशियां
वही जानी ने बताया कि जिस वक्त आग लगी वह बबिता के साथ रसोई में होली के लिए गुझिया बना रहा था. बच्चे कमरे में बैठ कर खेल रहे थे. कमरे में अचानक एक तेज धमाका हुआ. कमरे की तरफ भागे तो देखा कि धुंआ उठ रहा था और बच्चे आग की लपटों से घिरे थे. कुछ समझ नहीं आ रहा था कि अचानक आग लगी कैसे. इधर, इस मामले में थाना पल्लवपुरम प्रभारी मुनेश सिंह ने बताया कि बच्चे लगभग 70 प्रतिशत तक जल गए थे. जबकि पति-पत्नी भी 50 प्रतिशत तक झुलस गए हैं. पुलिस की तरफ से इनके रिश्तेदारों को फोन पर सुचना दे दी गई है. शवों को पोस्टमार्टम के लिये भेजा जा रहा है.
मिली जानकारी के मुताबीक बच्चे कमरे में खेल रहे थे. कमरे में बेड पर तार बिखरा था.बच्चे मोबाइल का चार्जर बिजली के बोर्ड में लगा रहे थे.वही चार्जर लगाने के दौरान शॉर्ट सर्किट हुआ.तारों में आग लगने से मोबाइल में धमाका हुआ और बेड में आग लग गई. वहीं, आग से घिरे बच्चों ने चिल्लाया. धमाके व बच्चों का शोर सुनकर जॉनी व बबीता रसोई से कमरे की ओर दौड़े. दोनों ने बच्चों को आग से झुलसी हालत में बाहर निकाला. बच्चों को बचाने के दौरान बबीता व जॉनी भी बुरी तरह झुलस गए. जॉनी के घर से चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनकर पड़ोसी आए. उन्होंने फौरन ही आग से झुलसे दंपति को अस्पताल पहुंचाया.