द लीडर : नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने मेडिकल की राष्ट्रीय पात्रता सह-प्रवेश परीक्षा (NEET) का रिजल्ट घोषित कर दिया है. देश के 15.44 लाख छात्र-छात्राएं परीक्षा में बैठे, जिनमें करीब 8.70 लाख अभ्यर्थियों ने नीट क्वालिफाई किया है. इस परीक्षा ने यूपी की मशहूर दरगाह, आला हजरत खानदान में भी खुशियों की बहार ला दी है. (Hammad Raza Ala Hazrat)
आला हजरत खानदान के हम्माद रजा खान ने नीट में 10,007वीं रैंक हासिल की है. बहेड़ी के शाहगढ़ निवासी हम्माद, आला हजरत खानदान के ऐसे पहले शख्स हैं, जिन्होंने नीट क्वालिफाई किया है. या यूं कहें कि मेडिकल की आधुनिक शिक्षा से जुड़ने जा रहे हैं.
दरगाह के मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने बताया कि हम्माद रजा खां की सफलता पर दरगाह आला हजरत के प्रमुख मौलाना सुब्हान रजा खां-सुब्हानी मियां, सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रजा खां-अहसन मियां, दरगाह ताजुश्शरिया को सज्जादानशीन मुफ्ती असजद रजा खां-असजद मियां, नबीरे आला हजरत मौलाना तौकीर रजा, मौलाना मन्नान रजा खां-मन्नानी मियां, मुफ्ती सलीम नूरी समेत खानदान के दूसरे सभी बुजुर्गों ने मुबारकबाद दी है.
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आमतौर पर आला हजरत खानदान के लोग धार्मिक शिक्षा और उसके प्रचार-प्रसार में जुटे हैं. आला हजरत से लेकर मुफ्ती-ए-आजम हिंद तक ने पूरी दुनिया में अपने इल्म का डंका बजाया. लेकिन नई नस्लें अब आधुनिक शिक्षा से भी जुड़ने लग गई हैं. हम्माद रज़ा ने इसकी मिसाल पेश की है. (Hammad Raza Ala Hazrat)
हम्मद रजा खां, मोहसिन खां के बेटे हैं. जो आला हजरत के भाई अल्लामा हसन रजा खां के पौत्र हैं. हकीम हुसैन रजा खां आला हजरत के भतीजे थे, जो यूनानी चिकित्सा से जुड़े रहे.
मुहम्मद जुैबर रजा खां ने कहा कि हम्माद रजा से भी हमें यही उम्मीद है कि वह अपने बुजुर्गों के नक्शेकदम पर चलकर इंसानियत की सेवा करेंगे. और अपने खानदान का नाम रौशन करेंगे. (Hammad Raza Ala Hazrat)