द लीडर हिंदी : समाजवादी पार्टी के प्रदेश महासचिव एवं बहेड़ी से विधायक अताउर्रहमान के ताऊ हाजी रफ़ीक अहमद साहब का इंतक़ाल हो गया. वो 90 साल के थे. पिछले काफी दिनों से बीमार थे. अताउर्रहमान के लिए वो वालिद की तरह ही थे. उन्होंने बचपन से लेकर अब तक उनकी परवरिश की. दरअसल अताउर्हमान जब छोटे थे तो उनके वालिद शफ़ीक़ बाबू जी का मर्डर कर दिया गया था. उनका शुमार कांग्रेस के बड़े नेताओं में होता था. ज़िला उपाध्यक्ष रहे और डीसीडीएफ के चेयरमैन भी थे. उनकी तदफ़ीन में उस वक़्त के मुख्यमंत्री पंडित नारायण दत्त तिवारी आए थे.
शफीफ़ बाबू जी के बच्चे छोटे थे. उनकी सुरक्षा को देखते हुए रिछा के उस घर में जहां मर्डर हुआ था पुलिस चौकी बनवा दी थी. तब के इस बेहद चर्चित मर्डर में आरोपियों को सज़ा हो चुकी है. अताउर्रहमान पिता की राजनीतिक विरासत को बहुते आगे ले जाते हुए बहेड़ी विधानसभा से विधायक और मंत्री भी बने. उनके ताऊ ने उनकी परवरिश सगे बेटे की तरह से की.उन्हे बहुत ज़्यादा प्यार दिया. जैसे ही उनके इंतक़ाल की ख़बर आई, विधायक अताउर्रहमान के घर सपा के साथ दूसरे दलों नेताओं के पहुंचने पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया.
समाजवादी पार्टी के ज़िला महासचिव पंडित दीपक शर्मा ने बताया कि अतार्रहमान साहब के वालिद हाजी रफ़ीक़ साहब को दोपहर दो बजे रिछा के क़ब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-ख़ाक किया जाएगा.