द लीडर : दिल्ली के जंतर-मंतर पर मुसलमानों के खिलाफ नारेबाजी मामले में सुप्रीमकोर्ट के अधिवक्ता अश्वनी उपाध्याय को दिल्ली की अदालत से जमानत मिल गई है. मंगलवार को ही पुलिस ने अश्वनी समेत छह लोगों को हिरासत में लिया था. जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया था. (Ashwani Upadhyay Granted Bail )
8 अगस्त को जंतर-मंतर पर भारत जोड़ो आंदोलन, जिसे अश्वनी उपाध्याय ने आयोजित किया था. उसमें मुस्लिम समाज के जनंसहार के नारे लगाए थे. इसके वीडियो सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस और सरकार की आलोचना होने लगी. तब पुलिस ने अज्ञात में मामला दर्ज किया था.
9 अगस्त को पुलिस ने अज्ञात एफआइआर को नामजद में बदला. और 10 अगस्त को अश्वनी उपाध्याय के साथ अश्वनी के अलावा विनोद शर्मा, दीपक सिंह, विनित क्रांति, पुनीत सिंह और दीपक को हिरासत में लिया गया था.
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10 अगस्त को ही जंतर-मंतर पर हेट स्पीच के खिलाफ प्रोटेस्ट हुआ. जिसमें प्रदर्शनकारी छात्र, पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लेकर देर रात छोड़ा था.

वहीं, अश्वनी उपाध्याय की गिरफ़्तारी के खिलाफ उनके समर्थकों ने दिल्ली में प्रदर्शन किया. इसके भी वीडियो सामने आए हैं, इनमें भी हेट स्पीच सुनाई दे रही है. इसमें भी देश के गद़दारों को…नारों के साथ प्रदर्शनकारी अश्वनी को रिहा करने की मांग उठा रहे थे.
ज़हरीले नारे लगाने के आरोपी को 24 घंटे से भी कम समय मे ज़मानत दे दी गई। अब जज साहब को कौन बताए कि देश के नागरिको के ख़िलाफ़ नफ़रत फैलाना भी देशद्रोह से कम नही है? लेकिन जब आंखों पर सांप्रदायिक नफ़रत का का चश्मा चढ़ जाता है तब 'क़ानून' के रखवाले ही क़ानून का 'तमाशा' बना देते हैं।
— Abdul Majid Nizami (@AMajidNizami) August 11, 2021
बुधवार को अश्वनी की जमानत याचिका पर कोर्ट में सुनवाई हुई. जहां उनकी जमानत मंजूर हो गई है. इससे उनके समर्थकों में खुशी है. (Ashwani Upadhyay Granted Bail )
वहीं, दूसरी ओर-हेट स्पीच के खिलाफ जिन लोगों ने जंतर-मंतर पर प्रोटेस्ट किया था. वो जमानत को लेकर सवाल उठा रहे हैं.
जंतर मंतर पर मुसलमानों के ख़िलाफ नारे लगाने वाले अश्विनी उपाध्याय को 24 घंटे से भी कम समय में ज़मानत मिल जाना इस बात की दलील है कि भारतीय लोकतंत्र में न्याय के लिये स्थापित की गईं अदालतें बहुसंख्यकवाद के दबाव में काम कर रहीं हैं। क़ानून ने अपनी औपचारिकता पूरी कर ली है।
— Er Mohdammad Jabir (@ErMohdJabir) August 11, 2021
हालांकि अश्वनी के साथ जो अन्य लोग हिरासत में लिए गए थे. उनमें से कुछ रिमांड पर हैं. अश्वनी हिंसात्क नारेबाजी से अपना किनारा करते रहे हैं.
इस मामले में दिल्ली की महिला अधिवक्ता फोरम ने अश्वनी को लेकर सुप्रीमकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और बार काउंसिल ऑफ इंडिया को पत्र लिखा है. जिसमें उनके विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है. (Ashwani Upadhyay Granted Bail)