द लीडर : सर्च इंजन गूगल (Google) का जबाव हमेशा ही सच नहीं होता है. कई बार गूगल पर कोई सवाल सर्च करने पर चौंकाने वाले जबाव सामने आ जाते हैं. जैसे भारत की सबसे भद्दी भाषा (ugliest language in India) सर्च करने पर गूगल ने कन्नड़ बताया था. इसे लेकर विवाद खड़ा हो गया. ट्वीटर पर लोगों ने इसे लेकर कड़ा विरोध शुरू कर दिया.
Home to the great Vijayanagara Empire, #Kannada language has a rich heritage, a glorious legacy and a unique culture. One of the world’s oldest languages Kannada had great scholars who wrote epics much before Geoffrey Chaucer was born in the 14th century. Apologise @GoogleIndia. pic.twitter.com/Xie927D0mf
— P C Mohan (@PCMohanMP) June 3, 2021
कर्नाटक सरकार ने भी मामले में गूगल कंपनी को नोटिस देने की चेतावनी दी थी. इसके बाद गूगल इंडिया के प्रवक्ता को गुरूवार को बयान जारी कर भारतीयों से इस संबंध में माफी मांगनी पड़ गई. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि यह केवल तकनीकी गलती है. यह कंपनी की सोच नहीं है.
We apologize for the misunderstanding and hurting any sentiments. pic.twitter.com/nltsVezdLQ
— Google India (@GoogleIndia) June 3, 2021
गूगल इंडिया ने ट्वीट कर यह कहा
गूगल इंडिया ने मामले में विवाद खड़ा होने पर ट्वीट किया. इसमें कहा कि सर्च हमेशा ही सच नहीं होता है. कभी-कभार इंटरनेट पर किसी सवाल पर चौंकाने वाले जवाब सामने आ जानते हैं. हम जानते हैं कि यह आदर्श नहीं है, लेकिन किसी कंटेंट को लेकर जब भी हमें कोई शिकायत मिलती है तो हम विशेष ध्यान देते हुए उस गलती को सही करते हैं. इसके अलावा अपने एल्गोरिद्म में भी लगातार सुधार करते हैं. यह गूगल कंपनी की अपनी सोच नहीं होती है. हम इस गलतफहमी को लेकर जिन लोगों की भावनाएं आहत हुई है उनसे माफी मांगते हैं.
— Google India (@GoogleIndia) June 3, 2021
पूर्व मुख्यमंत्री समेत भाजपा सांसद ने की थी आलोचना
कन्नड़ को भारत की सबसे भद्दी भाषा बताने के मामले ने सोशल मीडिया पर तूल पकड़ा तो राजनीतिक हस्तियों ने भी इस मुद्दे को उठाया. इनमें कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी और भाजपा सांसद पीसी मोहन समेत कई नेता शामिल हैं. पूर्व सीएम ने कन्नड़ भाषा में ही ट्वीट करते हुए गूगल से इसे लेकर माफी मांगने और सुधार की बात कही थी.
ಇದು ನಿನ್ನ ಭಾಷೆ, ಇದು ದೇಶಭಾಷೆ,
ಇದು ಸಾವಿರಾರು ವರ್ಷಗಳ ಸುಪುಷ್ಟ ಸಾಹಿತ್ಯಭಾಷೆ,
ಇದು ಮಹಾಕವಿಗಳನ್ನೂ ಶಿಲ್ಪಿಗಳನ್ನೂ ರಾಜಾಧಿರಾಜರನ್ನೂ ವೀರಾಧಿವೀರರನ್ನೂ ರಸಋಷಿದಾರ್ಶನಿಕರನ್ನೂ ಹಡೆದಿರುವ ಭಾಷೆ.
–ಕುವೆಂಪು
4/4— ಹೆಚ್.ಡಿ.ಕುಮಾರಸ್ವಾಮಿ | H.D.Kumaraswamy (@hd_kumaraswamy) June 3, 2021
ढाई शताब्दी से लोगों का गौरव रही कन्नड़ भाषा
भाजपा सांसद पीसी मोहन ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा- महान विजयनगर साम्राज्य का घर, कन्नड़ भाषा की एक समृद्ध विरासत, एक गौरवशाली इतिहास और एक अनूठी संस्कृति है. यह दुनिया की सबसे पुरानी भाषाओं में से एक है. कन्नड़ भाषा के कई महान विद्वान थे जिन्होंने 14 वीं शताब्दी में जेफ्री चौसर के जन्म से बहुत पहले महाकाव्य लिखे थे.
If Kannada is now called ugliest language in India, it is merely an attempt by @Google to insult this pride of Kannadigas. Demand apology from @Google ASAP to Kannada, Kannadigas. Legal action will be taken against @Google for maligning the image of our beautiful language! 2/2
— Aravind Limbavali (@ArvindLBJP) June 3, 2021
वहीं, कर्नाटक के मंत्री अरविंद लिंबावली ने कहा कि कन्नड़ भाषा का इतिहास करीब 2500 साल पुराना है. ढाई शताब्दी तक कन्नड़ लोगों का यह गौरव रही है. अगर फिर भी गूगल इसे भारत की सबसे भद्दी भाषा कहता है तो यह कन्नड़ लोगों के गौरव को कलंकित करने की कोशिश है. गूगल को कन्नड़ भाषी लोगों से इसके लिए माफी मांगनी चाहिए. नहीं तो हमारी खूबसूरत भाषा की छवि खराब करने के लिए हमें गूगल के खिलाफ लीगल एक्शन लेना होगा.
40 लाख से ज्यादा लोग बोलते हैं कन्नड भाषा
वीकिपीडिया के अनुसार, कन्नड कर्नाटक राज्य की राज्यभाषा है. यह भारत की उन 22 भाषाओं में से एक है जो भारतीय संविधान की 8वीं अनुसूची में साम्मिलित हैं. यह भारत की सबसे अधिक प्रयोग की जाने वाली भाषाओं में से एक है. करीब 40 लाख लोग कन्नड भाषा प्रयोग करते हैं. विश्व की सर्वाधिक बोली जाने वाली 30 भाषाओं की सूची में कन्नड 27 वें स्थान पर आती है. यह द्रविड भाषा परिवार में आती है, लेकिन इसमें संस्कृत के भी बहुत से शब्द उपयोग होते हैं.