द लीडर : गुजरात विधानसभा चुनाव से साल भर पहले विजय रूपाणी की मुख्यमंत्री पद से छुट्टी के बाद भूपेंद्रभाई रजनीकांत पटेल राज्य की कमान संभालेंगे. पटेल घाटलोदिया सीट से 2017 में पहली बार विधायक चुने गए थे. इसी सीट से पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल भी विधानसभा का चुनाव जीती थीं.
भूपेंद्र पटेल को मुख्यमंत्री बनाए जाने के फैसले ने सभी राजनीतिक पंडितों को चौंका दिया है. इसलिए क्योंकि रविवार को भाजपा विधायक दल नेता चयन की बैठक के दरम्यान तक किसी को अंदाजा नहीं था कि भूपेंद्र के नाम का प्रस्ताव आएगा. यही हुआ. उनके नाम से सब चौंक गए. आखिर में उन्हीं को ही सर्वसम्मति से नेता चुन लिया गया.
#Gujarat: BJP MLA #BhupendraPatel elected as the new leader of BJP Legislative Party
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— The Times Of India (@timesofindia) September 12, 2021
भूपेंद्र पटेल अहमदाबाद की अर्बन डेवलमेंट अथॉरिटी के अध्यक्ष के अलावा अहमदाबाद की म्युनिसिपल कॉरपोरेशन की स्टैंडिंग समिति के भी अध्यक्ष रहे हैं. इसके अलावा उनके पास कोई लंबा प्रशासनिक अनुभव नहीं है.
लेकिन वह पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की पसंद हैं. इसलिए जब राज्य में चुनाव की तैयारियां चल रही हैं. और एक साल बाद विधानसभा का इलेक्शन होने जा रहा है. तब भूपेंद्र को राज्य की सत्ता सौंपी गई है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भूपेंद्र को विधायक दल का नेता चुने जाने से पहले तक, किसी भी स्थानीय नेता को इसकी भनक नहीं थी कि, भूपेंद्र पटेल उनके मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं.
मुख्यमंत्री चयन को लेकर भाजपा अपने फैसलों से लगातार चौंकाती रही है. फिर चाहें वह उत्तराखंड में पुष्करधामी का नाम हो या उनसे पहले तीरथ सिंह रावत को सीएम बनाने और हटाने का. भाजपा के चयन ने पक्ष और विपक्ष दोनों के नेताओं को चौंकाया है.