द लीडर : नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) में छठे स्थान पर कायम दिल्ली की जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी की रेजिडेंशियल कोचिंग (RCA) कमाल कर रही है. संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा में हर साल इसकी शोहरत का जलवा दिखता है. पिछले 10 साल के पासिंग रिकॉर्ड को देखें तो जामिया रेजिडेंशियल कोचिंग ने देश को 220 अफसर दिए हैं.
आरसीए अल्पसंख्यक, एससी-एसटी और महिलाओं को निश्शुल्क कोचिंग दे रही है. इस साल 2021 की आवेदन प्रक्रिया 6 सितंबर को खत्म हो चुकी है. और 18 सितंबर को एंट्रेंस है. 30 सितंबर को रिजल्ट आएगा. जबकि 11-12 अक्टूबर को इंटरव्यू होंगे. 29 अक्टूबर को फाइनल रिजल्ट घोषित होगा. 16 नवंबर से क्लासेज स्टार्ट हो जाएंगी.
ये वही कोचिंग संस्थान है, जिसे सुदर्शन चैनल ने अपनी घटिया सोच की बुनियाद पर निशाना बनाया था. और देश में यूपीएससी जिहाद का नया बखेड़ा खड़ा करने की कोशिश की थी. हालांकि चैनल की इस हरकत के विरोध में देश के तमाम बुद्धिजीवी सामने आए और डटकर आलोचना की.
आरएसी में छात्रों के लिए हॉस्टल सुविधा है. शानदार फैकल्टी है. जो छात्रों को तराशकर अफसर बनाती है. यूपीएससी से लेकर देश के राज्यों की पब्लिक सर्विस कमीशन परीक्षाओं में भी आरएसी के छात्र कामयाबी हासिल कर रहे हैं.
यूपीएससी की महंगी कोचिंग, जो गरीब छात्रों के बस से बाहर है. लेकिन आरएसी उन्हें वो मौका देती है, जहां से कोई भी गरीब होनहार छात्र अफसर बनने का ख्वाब पूरा कर सकता है. बशर्ते उसमें काबिलियत, जुनून और मेहतन करने का साहस होना चाहिए.
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दिल्ली जोकि सिविल सेवा की कोचिंग का सबसे बड़ा हव बन चुका है. मुखर्जी नगर में बड़े से बड़े कोचिंग संस्थान हैं. जिनकी फीस दो-ढाई लाख रुपये तक है. वहां, जामिया की रेजिंडेंशियल कोचिंग एक दमदार ब्रांड बन चुकी है.
ये ऐसे छात्रों में हौसला पैदा कर रही है, जो यूपीएससी की तैयारी का साहस नहीं जुटा पाते हैं. आरएसी की कामयाबी ने यूनिवर्सिटी का गौरव और बढ़ा दिया है.
आरएसी के अलावा जामिया हमदर्द की हमदर्द सर्किल स्टडी कोचिंग भी छात्रों को निश्शुल्क सिविल की तैयारी करा रही है. इसकी प्रवेश परीक्षा भी इसी महीने सितंबर में हैं.