हिसार में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कोरोना अस्पताल पर रखे कार्यक्रम में भाजपा और जजपा के विरोध पर पुलिस की कार्रवाई से किसान खासे खफा हो गए हैं। उन्होंने राज्य की खट्टर-दुष्यंत सरकार को जवाब देने के लिए थानों का घेराव करने का ऐलान किया है।
उन्होंने कहा, दमन से किसानों को उकसाया जा रहा है। अहंकार छोड़कर किसानों को परेशान करना बंद नहीं किया तो सरकार को भारी कीमत चुकाना होगी।
संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से जारी प्रेस बयान में कहा गया है कि किसानों का आंदोलन केंद्र सरकार के खिलाफ तीन कृषि कानूनों और एमएसपी के सवाल पर केंद्रित है। अगर हरियाणा सरकार बीच में किसानों को बदनाम व परेशान करती है तो किसान उसे भी सबक सिखाएंगे।
मुख्यमंत्री खट्टर के हिसार आगमन पर 15 मई को कई जगह विरोध किया जा रहा था। इसी बीच हरियाणा सरकार के आदेश पर पुलिस द्वारा किसानों पर बेरहमी से लाठियां बरसाई गईं। उन पर आंसू गैस के गोले दागे गए।
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किसान मोर्चा का आरोप है कि कई पुलिसकर्मियों ने पत्थरों से भी हमले किए, जिसमें सैकड़ों किसानों को गहरी चोटें आई हैं, यहां तक कि महिला किसानों के साथ पुलिस बर्बरता हुई।
पुलिसिया कार्रवाई के विरोध में हरियाणा के किसान संगठनों ने बाद सभी बड़े हाईवे दो घंटे जाम रखे। केएमपी पर भी किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया है।
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