यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को निकालने का मिशन तेज, एयरफोर्स ने भरी रोमानिया की उड़ान

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Indian Students Ukraine Airforce
रोमानिया में छात्रों से मुलाक़ात करते केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया.

द लीडर : यूक्रेन की जंग में पिछले सात दिनों से फंसे भारतीय छात्रों की निकासी का अभियान तेज हो गया है. 8 मार्च तक क़रीब 46 फ्लाइट्स के ज़रिये सभी छात्रों को वापस लाने का लक्ष्य रखा गया है. भारत सरकार के ऑपरेशन गंगा में एयरफोर्स भी शामिल हो गई है. बुधवार अलसुबह वायुसेना के सी-17 ग्लोबमास्टर ने हिंडन एयरफोर्स से रोमानिया के लिए उड़ान भरी. (Indian Students Ukraine Airforce)

एयरफोर्स के सी-17 जहाज की ख़ासियत ये है कि इसमें एक बार में 500 से 700 तक छात्रों को लाया जा सकता है. जबकि अभी जो सामान्य फ्लाइट्स चल रही हैं-उनमें एक बार में 200 से 250 छात्र ही आ पा रहे हैं.

रिपोर्ट्स के मुताबिक सभी भारतीय छात्र यूक्रेन के सबसे ज़्यादा युद्ध प्रभावित कीव शहर से निकल गए हैं. वहीं क़रीब 12 हज़ार छात्र यूक्रेन से निकलकर रोमानिया, पोलेंड, हंगरी और मोलडोवा पहुंच गए हैं. कैबिनेट मंत्री ज़्योतिरादित्य सिंधिया ने रोमानिया में छात्रों से मुलाक़ात की. उन्होंने कहा कि मोलडोवा के बॉर्डर भारतीय छात्रों के खुल गए हैं.


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मंगलवार को पीएम मोदी ने यूक्रेन में फंसे छात्रों की निकासी के लिए बैठक की थी. जिसमें एयरफोर्स को शामिल करने का फैसला किया गया था. इससे पहले यूक्रेन से सटे देश-जैसे पोलेंड, हंगरी, रोमानिया और स्लोवाकिया में एक टीम भेजी थी. जिसमें मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, हरदीप पुरी, किरन रिजिजू और पूर्व मंत्री व सांसद जनरल वीके सिंह शामिल हैं. चारों देशों में ये टीम भारतीय छात्रों को निकासी के मिशन में जुटी है. (Indian Students Ukraine Airforce)

यूक्रेन में भारत के 20 हज़ार छात्र पढ़ाई कर रहे हैं. रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया. सात दिन से जंग के माहौल में ये छात्र अपनी जान बचाने के लिए भागते फिर रहे हैं. इस बीच ऐसे वीडियो सामने आए, जहां छात्रों के साथ सेना बबर्रता करती देखी जा रही है.

इसको लेकर भारत में हंगामा मच गया. और हर तरफ से छात्रों को सुरक्षित निकालने के लिए सरकार पर दबाव पड़ा. विरोध हुए. इसके बाद सरकार हरकत में आई. और निकासी मिशन तेज किया गया है. (Indian Students Ukraine Airforce)

इस बीच कर्नाटक के एक छात्र नवीन कुमार की यूक्रेन में मौत भी हो गई. आरोप है कि जब वह भोजन के लिए एक स्टोर पर गए थे. तभी रूसी सेना ने उन्हें गोली मार दी. मंगलवार नवीन की मौत की ख़बर ने सभी को झकझोर दिया.

बहरहाल, अब जिस युद्धस्तर पर निकासी मिशन चलाया जा रहा है, उससे उम्मीद है कि अगले तीन-चार दिनों में सभी छात्र वापस आ जाएंगे. बुधवार को कुछ फ्लाइट्स छात्रों को लेकर भारत पहुंची हैं. (Indian Students Ukraine Airforce)


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