दिसपुर | असम के सोनितपुर में गुरुवार की शाम चार बजकर 17 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 3.3 मापी गई। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने इसकी जानकारी दी।
Earthquake of magnitude 3.3 on the Richter scale hit Sonitpur, Assam at 1617 hours: National Center for Seismology
— ANI (@ANI) April 29, 2021
बता दें कि इससे पहले बुधवार को भी असम में भूकंप आया था जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.4 थी। वहीं नुकसान की आशंका को लेकर इमारतों का सर्वेक्षण करने वाले विशेषज्ञों ने पाया कि उनके ढांचों को नुकसान नहीं हुआ और जो क्षति हुई है वे गैर ढांचागत हैं।
भूकंप भारी नुकसान पहुंचाने वाला था
AREIDA के अध्यक्ष पीके शर्मा ने कहा कि हालांकि, भूकंप भारी नुकसान पहुंचाने वाला था क्योंकि उसका केंद्र सतह से नजदीक था और केंद्र नजदीक होने की वजह से उच्च क्षमता के भूकंप से उत्पन्न कंपन इमारतों के लिए विनाशकारी होते हैं।
भूकंप के बाद नुकसान का आकलन
शर्मा ने बताया कि विशेषज्ञों ने भूकंप के बाद नुकसान का आकलन करने के लिए गहन सर्वेक्षण किया और पाया कि प्रथमदृष्टया इमारतों को गैर ढांचागत नुकसान हुआ है जैसे उनकी दीवारों में दरार आई है जबकि इमारत का वजन वहन करने वाले कंक्रीट के ढांचे सुरक्षित हैं।
भूकंप आने पर क्या करें, क्या न करें?
1. जैसे ही आपको भूकंप के झटके महसूस हों, वैसे ही आप किसी मजबूत टेबल के नीचे बैठ जाएं और कस कर पकड़ लें।
2. जब तक झटके जारी रहें या आप सुनिश्चित न कर लें कि आप सुरक्षित ढंग से बाहर निकल सकते हैं, तब तक एक ही जगह बैठे रहें।
3. अगर आप ऊंची इमारत में रहते हैं तो खिड़की से दूर रहें।
4. अगर आप बिस्तर पर हैं तो वहीं रहें और उसे कसकर पकड़ लें. अपने सिर पर तकिया रख लें।
5. अगर आप बाहर हैं तो किसी खाली स्थान पर चले जाएं… यानी बिल्डिंग, मकान, पेड़, बिजली के खंभों से दूर।
6. अगर आप कार चला रहे हैं तो कार धीमी करें और एक खाली स्थान पर ले जाकर पार्क कर दें. तब तक कार में बैठे रहें, जबतक झटके खत्म नहीं हो जाएं।
7. अगर आप बाहर, सड़क पर या बाजार में हो तो पास में मैदान या खुली जगह में पहुंच जाएं।
8. ऊंची बिल्डिंगों के करीब न रहें और उनसे दूर चले जाएं।
9. अगर आप कहीं अंदर फंस गए हैं तो दौड़ें नहीं, इससे और तेज झटके लग सकते हैं।
10. पेड़ों से और बिजली के तारों से दूर रहने की कोशिश करें।