द लीडर : उत्तर प्रदेश में कोरोना महामारी के तांडव के बीच से लगातार अमानवीय और असंवेदनशील घटनाएं सामने आ रही हैं. लखनऊ के गोसाईगंज नगर पंचायत से भाजपा नेता निखिल मिश्रा ने डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान को एक पत्र लिखा है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. पत्र में निखिल ने अस्पताल प्रशासन को चेतावनी दी है कि उनके बहनोई प्रशांत द्विवेदी, जिनकी 26 अप्रैल को उपचार के दौरान कोरोना से मौत हो गई थी. उनका मोबाइल और 17 हजार रुपये गायब हैं. 7 दिन में मोबाइल वापस न किए जाने पर चोरी का मुकदमा दर्ज कराएंगे. (BJP Leaders Brother In Laws Death Mobile Missing)
निखिल मिश्रा के पत्र के मुताबिक रुपये जरूरी नहीं है. मोबाइल में काफी डाटा है, जो परिवार के लिए महत्वपूर्ण है. चूंकि अस्पताल में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं. उनके जरिये ये सुनिश्चित किया जाए कि सामान किस कर्मचारी ने लिया है. उससे वापस कराया जाए.
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दरअसल, प्रशांत द्विवेदी की मौत के बाद जब परिवार ने अस्पताल प्रशासन से उनका सामान मांगा था, तो दो दिन में इसे उपलब्ध कराए जाने का आश्वासन दिया गया था. लेकिन आज तक उसकी कोई जानकारी नहीं मिली है. गुरुवार को निखिल ने अस्पताल प्रशासन को संबोधित ये पत्र लिखा है.
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उन्होंने कहा कि मेरे बहनोई के पास अस्पताल में फोना था. इसके पर्याप्त साक्ष्य उपलब्ध हैं. इसलिए प्रशासन उनका मोबाइल अतिशीघ्र उपलब्ध करावाए. हालांकि अस्पताल प्रशासन की ओर से इस संबंध में कोई बयान जारी नहीं किया गया है.
कोरोना के कारण मौतों का सिलसिला लगातार जारी है. लखनऊ, प्रयागराज, गोरखपुर समेत अन्य महानगरों में ज्यादा नुकसान की घटनाएं सामने आ रही हैं. शासन-प्रशासन व्यवस्थाएं सुधारने की कोशिश में जुटा है. लेकिन स्थितियां इतनी विकराल हो चुकी हैं, जिन्हें एकदम काबू कर पाना मुश्किल नजर आ रहा है.