कांग्रेस नेता राहुल गांधी शुक्रवार देर रात ताजिकिस्तान में आए एक भूकंप से उस वक्त तक अनजान थे, जब वह शिकागो विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ बातचीत कर रहे थे।
“वैसे, मुझे लग रहा है कि भूकंप चल रहा है,” राहुल गांधी को इतिहासकार दीपेश चक्रवर्ती और शिकागो विश्वविद्यालय के राजनीतिक विज्ञान के छात्रों के साथ लाइव वर्चुअल इंटरेक्शन में कहते सुना गया, जब जम्मू और कश्मीर में उत्तर भारत में जोरदार झटके महसूस किए गए थे। पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली-एनसीआर और उत्तराखंड में भी झटका महसूस किया गया।
बाद में कांग्रेस नेता ने कहा कि उनका पूरा कमरा “हिल रहा था”।
इसके साथ ही लाइव सेशन का वीडियो जल्द ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
#earthquake @RahulGandhi in between in a live interview when earthquake happened.#earthquake pic.twitter.com/GRp9sxHoMY
— Rohit Yadav (@RohitnVicky) February 12, 2021
शुक्रवार रात उत्तर भारत में रिक्टर पैमाने पर 6.3 तीव्रता भूकंप दर्ज किया गया। भूकंपीय विभाग ने पहली बार भूकंप के केंद्र के बारे में गलत सूचना प्रसारित की, पहले अमृतसर को केंद्र बताया, जिसकी गहराई 19 किलोमीटर बताई। फिर संशोधित बयान भेजा कि यह ताजिकिस्तान में था। एक रिपोर्ट के अनुसार, यह सॉफ्टवेयर की गलती के चलते हुआ।
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, भूकंप की तीव्रता 6.3 थी। तेज भूकंप के झटके ने लोगों में दहशत पैदा कर दी और वे घरों से बाहर भाग पड़े। जम्मू-कश्मीर में कुछ घरों की दीवारों में दरारें आ गई हैं।
इस हफ्ते की शुरुआत में सरकार ने संसद को सूचित किया कि पिछले साल अकेले दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में रिक्टर स्केल पर 3 या इससे अधिक तीव्रता के 965 भूकंप आए थे।
‘प्रधानमंत्री ने चीन को सौंपी हिंदुस्तान की जमीन’-राहुल के आरोपों पर नकवी की अशोभनीय टिप्पणी