लखनऊ। लख़नऊ के अवध शिल्प ग्राम में बने डीआरडीओ के 500 बेड़ों के अस्पताल में अब कोरोना मरीजों का इलाज संभव हो सकेगा। लखनऊ के सांसद व रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की पहल पर डीआरडीओ द्वारा स्थापित किये गए 500 बेड़ों के इस अस्थायी अस्पताल का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी द्वारा आज किया गया।उत्तर प्रदेश में कोरोना के बढ़ते केस के बीच अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन और दवाइयों की किल्लत अभी भी है. हालांकि, सरकार की ओर से बेड की कमी को दूर करने की कोशिश की जा रही है। इसी क्रम में लखनऊ में डीआरडीओ की ओर से बनाए गए 500 बेड के अस्पताल की आज से शुरूआत हो गया है। यहां आज से मरीज भर्जी किए जाएंगे।
लखनऊ के शिल्पग्राम स्थित इस अस्पताल का सारा मेडिकल सपोर्ट सेना और वायुसेना के डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ देखेंगे। बाकी मैनेजमेंट का काम राज्य सरकार के कर्मचारियों के जिम्मे होगा। इस अस्पताल में रजिस्ट्रेशन के माध्यम से आईसीयू और वेंटिलेटर वाले बेड्स मिलेंगे।
इसके अलावा मोहनलालगंज और गुडंबा सीएचसी में भी 50-50 बेडों पर मरीजों की भर्ती शुरू हो जाएगी। इसके अलावा भी शहर में कोरोना मरीजों के लिए बेड बढ़ोतरी पर तेजी से काम हो रहा है। इसके तहत केजीएमयू में 267 बेड बढ़ाए जाएंगे। इनमें 127 बेड सर्जिकल वॉर्ड में अगले दो दिन में शुरू हो जाएंगे जबकि एक सप्ताह में मानसिक रोग विभाग में भी 140 बेड शुरू होंगे जिसकी तैयारी चल रही है।
वहीं, लोहिया संस्थान में 100 बेड का इजाफा हो रहा है। ये बेड लोहिया के पुराने परिसर में संचालित किए जाएंगे। वहीं हज हाउस में बन रहे कोविड अस्पताल के 255 बेड पर काम तेजी से चल रहा है जो एक सप्ताह के अंदर शुरू हो जाएंगे।
राजधानी के अस्पतालों में कोविड के जितने भी नए बेड शुरू किए जा रहे हैं उनमें सभी पर ऑक्सिजन सपोर्ट की सुविधा होगी। कैंसर संस्थान जहां लेवल टू स्तर से शुरू किया जा रहा है तो डीआरडीओ व हज हाउस में लेवल थ्री की सुविधा मिलेगी। डीआरडीओ में तीन हजार लीटर कैप्सूल का ऑक्सिजन प्लांट शुरू कर दिया गया है। यहां लेवल-1 के दो व और लेवल-2 और 3 के एक-एक वॉर्ड होंगे। 150 वेंटीलेटरों की सुविधा भी होगी।वहीं केजीएमयू और लोहिया में भी लेवल थ्री की सुविधा मिलेगी। जबकि सीएचसी स्तर पर लेवल वन के बेड होंगे, लेकिन सभी पर ऑक्सिजन सपोर्ट दिया जाएगा।