
द लीडर हिंदी: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर व्यापार युद्ध को गर्माने की कोशिश की है। उन्होंने अपनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर एक पोस्ट में कहा, “तीन बेहतरीन सप्ताह, शायद अब तक के सबसे अच्छे, लेकिन आज का दिन बहुत बड़ा है: पारस्परिक टैरिफ। अमेरिका को फिर से महान बनाओ।” उनका यह पोस्ट पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात से पहले पारस्परिक टैरिफ के मुद्दे को लेकर कई संभावनाएं उत्पन्न करता है। ट्रंप ने संकेत दिए हैं कि वह जल्द ही इस पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके एलान कर सकते हैं।
व्हाइट हाउस ने बुधवार को बताया था कि ट्रंप का इरादा पीएम मोदी से मुलाकात से पहले पारस्परिक टैरिफ योजना की घोषणा करने का हो सकता है। यह कदम अमेरिका की व्यापार नीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ के रूप में देखा जा सकता है। ट्रंप ने खुद इस बात पर जोर दिया कि उनकी पारस्परिक टैरिफ प्रणाली व्यापार करने का एकमात्र उचित तरीका है, जो अमेरिका के लिए फायदेमंद होगा।
इससे पहले, अमेरिकी राष्ट्रपति ने बुधवार को घोषणा की थी कि वह अन्य देशों पर पारस्परिक शुल्क लगाने के लिए एक आदेश पर हस्ताक्षर कर सकते हैं। यह कदम व्यापार युद्ध को और बढ़ा सकता है, क्योंकि इसमें अमेरिकी आयात पर टैरिफ दरों में वृद्धि की संभावना है, जो दूसरे देशों द्वारा अमेरिकी उत्पादों पर लगाए गए शुल्क से मेल खाती है। ओवल ऑफिस में बोलते हुए ट्रंप ने कहा कि वह इस आदेश पर दिन के अंत तक या गुरुवार की सुबह हस्ताक्षर कर सकते हैं।
अमेरिका के दौरे पर हैं पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों अमेरिका के दौरे पर हैं, जहां वह राष्ट्रपति ट्रंप से मुलाकात करेंगे। दोनों नेताओं के बीच व्यापार, टैरिफ, निवेश, रक्षा, ऊर्जा, आव्रजन मुद्दों और अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर चर्चा होगी। यह पीएम मोदी की अमेरिका की 10वीं यात्रा है और राष्ट्रपति ट्रंप से उनकी चौथी मुलाकात होगी। इससे पहले, 2024 में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने उन्हें राजकीय अतिथि के रूप में आमंत्रित किया था। पीएम मोदी की पहली अमेरिका यात्रा 2014 में बराक ओबामा के राष्ट्रपति रहते हुई थी।
ट्रंप का यह नया कदम व्यापार युद्ध के नए मोर्चे खोल सकता है, और दुनिया भर में व्यापारिक रिश्तों पर इसके प्रभाव का अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं होगा।