नेपाल के मुसलमानों का दरगाह आला हजरत के साथ गर्मजोशी भरे रिश्ते का नया दौर

0
702
Ala Hazrat Nepal Muslims
आला हजरत की दरगाह पर हाजिरी देने पहुंचे नेपाली उलमा.

द लीडर : आला हजरत के चाहने वाले यूं तो दुनिया भर में हैं. नेपाल में भी. लेकिन नेपाली मुसलमानों के साथ दरगाह के रिश्ते को लेकर गर्मजोशी का एक नया दौर शुरू हो रहा है. जिसमें वहां के उलमा आला हजरत के मिशन को अपने देश में आम करने में जुट गए हैं. उनकी शिक्षा और सूफी विचार का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं. (Ala Hazrat Nepal Muslims)

आला हजरत के उर्से रजवी के वक्त नेपाली उलमा का एक प्रतिनिधि मंडल दरगाह पहुंचा था. और अब दोबारा वहां के उलमा दरगाह पर हाजिरी देने पहुंचे हैं.

मदरसा मंजरे इस्लाम के मुफ्ती सलीम नूरी और तंजीम उलमा-ए-इस्लाम के महासचिव मौलाना शहाबुद्दीन रजवी नेपाल में आला हजरत के मिशन को आगे बढ़ाने की कोशिशों में लगे हैं.

पिछले साल लॉकडाउन के बीच दरगाह से नेपाल में राहत सामग्री कैंप लगाए गए थे. जिसमें बड़ी संख्या में जरूरतमंद लोगों को खाद्य सामग्री बांटी गई थी. (Ala Hazrat Nepal Muslims)


इसे भी पढ़ें-कासगंज : चांद मियां ने 5 पुलिसकर्मियों के खिलाफ दी तहरीर, अल्ताफ की हत्या का अंदेशा


 

नेपाल से आए प्रतिनिधि मंडल में शामिल उलमा के मुताबिक, नेपाल के मुसलमान आला हजरत से मुहब्बत करते हैं. और दरगाह को ही अपना मरकज मानते हैं.

इसमें मौलाना गुलाम मुस्तफा रजवी, मौलाना अब्दुल कय्यूम रजवी, मौलाना अली हुसैन नूरी, हाजी नसीर अहमद आदि शामिल रहे. दरगाह से मौलाना शहाबुद्​दीन रजवी और मुहम्मद जुबैर खां ने इन्हें तोहफे में आला हजरत की किताबें दीं.

दरगाह के मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने कहा कि, दरगाह प्रमुख मौलाना सुब्हानी रजा खां-सुब्हानी मियां ने नेपाल में मिशन आला हजरत को मजबूत करने के लिए काफी काम किया है. उन्होंने उलमा की इन कोशिशों को भी सराहा. (Ala Hazrat Nepal Muslims)

दरगाह के संगठन तहफ्फुज-ए-तहरीक-ए-सुन्नियत यानी टीटीएस के पदाधिकारी परवेज खां नूरी, औरंगजेब नूरी, शाहिद खां नूरी, ताहिर अल्वी, हाजी जावेद खां, मंजूर खान, साजिद रजा ने उलमा का स्वागत किया.

मुफ्ती सलीम नूरी ने प्रतिनिधि मंडल की दरगाह प्रमुख मौलाना सुब्हान रजा खां और सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रजा खां-अहसन मियां से मुलाकात कराई. जहां उन्होंने अपनी दुआओं से नवाजा. उलमा ने दरगाह प्रमुख और सज्जादानशीन को नेपाल आने की दावत भी दी है. (Ala Hazrat Nepal Muslims)

 

(आप हमें फ़ेसबुकट्विटरइंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं)

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here