द लीडर : आला हजरत का 103वां उर्से-रजवी 2 अक्टूबर से शुरू हो रहा है, जो 4 अक्टूबर तक चलेगा. इसकी तैयारियों के बीच जिला प्रशासन ने दरगाह इंतजामियां कमेटी के साथ बैठक की. शासन की गाइडलाइन का हवाला देते हुए प्रशासन ने 100 लोगों के साथ ही उर्स मनाने की इजाजत दी है. लगातार ये दूसरा साल है, जब आपदा की बंदिशों से लाखों जायरीन उर्स में हाजिरी से महरूम होंगे. (Dargah Ala Hazrat Urs)
प्रशासन की बंदिशों पर दरगाह के इंतजामियां नाखुश हैं. और उन्होंने जायरीन की संख्या के बिंदु पर किसी तरह की सहमति या असहमति जाहिर नहीं की है.
बुधवार को बरेली कलेक्ट्रेट सभागार में डीएम नीतीश कुमार, एसएसपी रोहित सिंह सजवाण समेत पुलिस-प्रशासन के अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में बैठक हुई. जिसमें दरगाह आला हजरत और दरगाह ताजुश्शरिया के प्रतिनिधि मंडल भी शामिल हुए.
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अधिकारियों ने उन्हें शासन की गाइडलाइन बताई, जिसके मुताबिक सार्वजनिक कार्यक्रमों में 100 लोगों के ही शामिल होने की अनुमति है. पिछले साल भी इसी संख्या के साथ उर्स मनाया गया था.
उर्से रजवी मुख्य रूप से इस्लामिया इंटर कॉलेज मैदान, दरगाह आला हजरत, ताजुश्शरिया और मदरसा जामियातुर्रजा में मनाया जाता है. जहां लाखों की तादाद में जायरीन उमड़ते हैं. (Dargah Ala Hazrat Urs)
महीनों पहले इसकी तैयारियां शुरू हो जाया करतीं. लेकिन पिछले साल से ये सिलसिला ठहरा है. आपदाकाल की वजह से भीड़-भाड़ पर रोक लगी है. जो इस बार भी लागू रहेगी.
दरगाह की ओर से उर्से रजवी के पोस्टर पहले ही जारी हो चुके हैं. उर्स के कार्यक्रम ऑनलाइन भी किए जाएंगे, ताकि जायरीन इससे जुड़ सकें.
दरगाह आला हजरत से बैठक में जावेद नूरी, औरंगजेब नूरी, शाहिद नूरी, मंजूर रजा आदि मौजूद रहे. वहीं, दरगाह ताजुश्शरिया से डॉ. मेंहदी हसन, मोईन खान, अब्दुल्ला रजा खान और जमात रजा-ए-मुस्तफा के प्रवक्ता समरान खान उपस्थित हुए.
जिला प्रशासन संग बैठक के बाद दरगाह आला हजरत और ताजुश्शरिया दोनों दरगाहों की ओर से अधिकारिक रूप से प्रेसनोट जारी किया जाता था. लेकिन इस बार न ही प्रेसनोट जारी किया गया है न ही इस संबंध में कोई बयान आया है. (Dargah Ala Hazrat Urs)
वहीं, जिला सूचना विभाग ने मीटिंग का प्रेस नोट जारी किया है. इसके मुताबिक पिछली साल की तरह इस बार भी उर्स ऑनलाइन मनाया जाएगा. डीएम नितीश कुमार ने कहा कि उर्स कोविड गाइडलाइंस के दायरे में मनाया जाना सुनिश्चित किया जाए. बाहरी जायरीनों को सूचित कर दें कि भीड़ न पहुंचे. बाकी बिजली पानी, स्वच्छता, सड़क चौड़ीकरण आदि सभी काम पूरे कराए जाएंगे.
इस बीच बुधवार को ही समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उर्से-रजवी के लिए अपनी चादर पार्टी के अकीदतमंदों को सौंप दी है, जिसे लेकर वे उर्स पर हाजिर होंगे. मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा के हाफिज साजिद अली और डॉ. जावेद अख्तर चादर लेकर अखिलेश यादव से मिले. अखिलेश यादव ने दोबारा उनके सुपुर्द किया है.