दुनियाभर में संक्रमण की बढ़ोत्तरी के आंकड़े पेश हो रहे हैं। इसी बीच नया शब्द ‘डेलमीक्रॉन’ वायरल हो गया है। यह है क्या बवाल? क्या ये ओमिक्रॉन से भी अपग्रेड कोई नया खतरनाक वैरिएंट हैं या फिर कुछ और? इस बात को लेकर अभी बहुत खोजबीन नहीं हुई हुई है, लेकिन शुरुआती जानकारी जो सामने आई है, वह हम आपसे साझा कर रहे हैं। (What Is This Delmicron)
कोरोना वायरस म्यूटेशन के बाद अब नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के रूप से सामने आ चुका है। यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका, दक्षिण अफ्रीका, बेल्जियम में संक्रमण की भयानक स्थिति में बताए जा रहे हैं। यूके ने 24 दिसंबर को ओमिक्रॉन वैरिएंट के मामलों के बीते 24 घंटों में 1 लाख 22 हजार 186 नए मामले दर्ज किए, जो गुरुवार के आंकड़े से 2000 ज्यादा हैं। फ्रांस ने भी 24 दिसंबर संक्रमण का नया रिकॉर्ड बनाया, 24 घंटों में 94 हजार 124 मामले दर्ज किए।
दुनियाभर में फिलहाल ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर तरह-तरह के शोध सामने आ रहे हैं। अभी तक की जानकारियों में बताया गया है कि इस वैरिएंट का प्रसार बहुत तेज है, बहुत तेजी से लोगों को संक्रमित करता है। एक बात यह भी बताई गई है कि ओमिक्रॉन संक्रमण के बावजूद 40-45 प्रतिशत संक्रमितों को अस्पताल जाने की जरूरत नहीं पड़ती। इसके लक्षण सामान्य सर्दी-जुकाम जैसे हैं। दिल्ली में संक्रमितों की जांच के बाद यह सामने आया है कि 70 प्रतिशत संक्रमितों में कोरोना से मिलते जुलते लक्षण भी नहीं मिले।
कुल मिलाकर अभी यह वैरिएंट रहस्य ही है। हालांकि, पहले ही कोरोना वायरस को लेकर दर्जनों शोध अभी पूरी तरह बीमारी से पर्दा नहीं उठा सके हैं। संक्रमण से बचाव के लिए कई तरह की वैक्सीन प्रयोग में लाई गईं, लेकिन उन पर भी सवाल हैं। इजरायल चौथी डोज लगवा रहा है। सबसे ज्यादा एस्ट्रेजेनेका प्रयोग में लाई गई, जिसको लेकर अब कहा जा रहा है कि उससे प्रतिरक्षा तीन महीने ही रहती है। (What Is This Delmicron)
इस बीच डेलमीक्रॉन शब्द की चर्चा भी शुरू हो गई है। ये नया शब्द चिकित्सा बिरादरी की देन है, जो डेल्टा और ओमिक्रॉन के गुंथे हुए संक्रमण को दिखाने के लिए ईजाद किया गया है।
टाइम्स ऑफ इंडिया के हवाले से डॉ शशांक जोशी ने कहा, “डेलमीक्रॉन, यानी यूरोप और अमेरिका में डेल्टा और ओमिक्रॉन के मिलेजुले मामलों की छोटी संख्या में यह संक्रमण देखा गया है है।”
क्या यह कोई नया वैरिएंट है? इस सवाल के जवाब में उन्होंने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा, नहीं, यह म्यूटेशन नहीं है, बल्कि डेल्टा और ओमिक्रॉन के प्रोटीन का संयोजन है।
यह भी पढ़ें: इतिहास की वो महामारियां, जब लगा दुनिया खत्म हो जाएगी
यहां यह गौर करने वाली बात है, ओमिक्रॉन संस्करण के प्रारंभिक डेटा से पता चलता है कि यह टीकों के लिए ज्यादा प्रतिरोधी हो सकता है, यानी टीके को अनदेखा कर सकता है, जबकि यह डेल्टा संस्करण की तुलना में ज्यादा संक्रामक है। (What Is This Delmicron)
हाल ही में, मॉडर्ना के मुख्य चिकित्सा अधिकारी पॉल बर्टन ने कहा कि यह “निश्चय ही” संभव है कि ओमिक्रॉन और डेल्टा टीम बनाकर ज्यादा खतरा पैदा कर सकते हैं। उनकी यह टिप्पणी तब आई जब वह इस सप्ताह ब्रिटेन की संसद की विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी समिति से बात कर रहे थे।
एक विशेषज्ञ ने कहा कि यह भी संभव है कि डेल्टा और ओमिक्रॉन जीन की अदला-बदली कर सकते हैं और एक तरह के वैरिएंट को ट्रिगर कर सकते हैं, जो और भी ज्यादा घातक हो। इन घटनाओं को वैज्ञानिक रूप से रिकाम्बीनेशन इवेंट यानी ‘पुनर्संयोजन घटनाएं’ कहा जाता है।