द लीडर। कोरोना से जहां एक तरफ पूरी दुनिया जूझ रही है, तो वहीं दूसरी तरफ अब यूपी में भी कोरोना के केस बढ़ने लगे है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव और उनकी बेटी टीना यादव कोरोना की चपेट में आ गई है। जानकारी मुताबिक, दोनों ने खुद को आइसोलेट कर लिया है। डिंपल यादव ने इसको लेकर कहा है कि, अभी-अभी मेरी कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। मैंने अपने आपको सबसे अलग कर लिया है। घर पर ही उपचार शुरू हो गया है। पिछले कुछ दिनों में जो लोग मेरे संपर्क में आए हैं, उन सबसे विनम्र आग्रह है कि वो भी जांच करा लें। उनसे भी विनती है कि वे आइसोलेशन में रहें। साथ ही सूत्रों के मुताबिक अखिलेश यादव की भी कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी सामने आ रही है।
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18 करोड़ से ज्यादा लोगों का हो चुका है वैक्सीनेशन
सरकार के दावों के मुताबिक, बीते 24 घंटों में हुई 1 लाख 84 हजार 494 सैम्पल की जांच में कुल 21 संक्रमितों की पुष्टि हुई है। इसी अवधि में 14 लोग उपचारित होकर कोरोना मुक्त भी हुए। आज प्रदेश में कुल एक्टिव कोविड केस की संख्या 216 है, जबकि 16 लाख 87 हजार 633 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं। प्रदेश में 18 करोड़ 88 लाख से अधिक कोविड टीकाकरण और 09 करोड़ 12 लाख से अधिक टेस्टिंग करके उत्तर प्रदेश टेस्टिंग और टीकाकरण देश में प्रथम स्थान पर है। यहां 06 करोड़ 56 लाख 60 हजार से अधिक लोगों को टीके की दोनों डोज देकर कोविड का सुरक्षा कवर प्रदान कर दिया गया है। 12 करोड़ 31 लाख लोगों ने टीके की पहली डोज प्राप्त कर ली है। इस प्रकार टीकाकरण के लिए पात्र प्रदेश की कुल आबादी में से 83.55 फीसदी को पहली और 44.54 फीसदी लोगों को दोनों डोज मिल चुकी है।
कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग का दायरा बढ़ाया जाएगा
राजधानी लखनऊ में कोरोना की तीसरी लहर के खतरे को भांपते हुए कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग का दायरा बढ़ाया जाएगा। अब हर नए संक्रमित पर 55 अतिरिक्त लोगों की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की जाएगी। ओमिक्रॉन से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग जांच के स्थल भी बढ़ा रहा है। इसका मकसद वायरस के प्रसार को रोकना है। अभी तक हर संक्रमित पर 15 से 20 लोगों की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग होती थी। राजधानी में कुछ दिनों से कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं। नए संक्रमितों में से ज्यादातर का यात्रा इतिहास है। संक्रमित मिलने से पहले एक सप्ताह के दौरान तो वे किसी यात्रा से लौटे थे या किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में रहे थे। इससे संक्रमण प्रसार का खतरा बढ़ गया है। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अब हर केस पर जांच का दायरा और बढ़ा रहा है। रोजाना सैंपल की संख्या पांच हजार के करीब पहुंच चुकी थी, जिसे बढ़ाकर अब फिर से 15 हजार पहुंचाया जा रहा है। सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल के अनुसार, ज्यादा से ज्यादा जांच कर कोरोना प्रसार पर रोक लगाई जा सकती है। लोगों से अपील की जा रही है कि वे कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें।
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राजधानी लखनऊ में कोरोना का हाल
राजधानी लखनऊ में कोरोना संक्रमण के मामले फिर बढ़ने लगे हैं। इसे देखते में शहर में 31 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। इसके साथ ज्यादा केस होने पर आलमबाग, सरोजनीनगर, अलीगंज और सिल्वर जुबली को रेड जोन में शामिल किया गया है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, इन इलाकों में सर्विलांस, ट्रेसिंग, टेस्टिंग के लिए टीमों की संख्या बढ़ाई जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुंदेलखंड के झांसी, महोबा, चित्रकूट आदि जिलों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के लिए सरकारी अस्पतालों में बेडों की संख्या 100 से 200 करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि, कोविड संक्रमण से बचाव और उपचार की व्यवस्थाओं को निरंतर प्रभावी बनाए रखा जाए। कोविड प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित कराया जाए।