कोरोना का कहर : CM योगी ने रात्रि कर्फ्यू में की दो घंटों की बढ़ोतरी, 14 जनवरी तक बंद रहेंगे 10वीं तक के स्कूल

द लीडर। कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अलर्ट मोड पर है। वहीं संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए राज्य में पांबदियां लगाई जा रही है। जिससे कि, हालात पहले जैसे न हो सके। इसके को देखते हुए योगी सरकार ने प्रदेश में रात्रि कर्फ्यू में दो घंटों की बढ़ोतरी करने का निर्देश भी दिया है। इसके साथ ही संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए यूपी सरकार ने मकर संक्रांति तक 10वीं तक के सभी स्कूल बंद रखने का बड़ा निर्णय किया है। यूपी में अब 6 जनवरी से रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक रात्रि कर्फ्यू प्रभावी होगा।

इसके अलावा जिन जिलों में कोरोना संक्रमण के मामले एक हजार से अधिक होंगे, वहां जिम, स्पा, सिनेमाहाल, बैंक्वेट हाल, रेस्टोरेंट व अन्य सार्वजनिक स्थलों को 50 फीसदी क्षमता के साथ ही संचालित होंगे। इसके साथ ही अब शादी समारोह व अन्य आयोजनों में बंद स्थानों में एक समय में 100 से अधिक लोगों की सहभागिता नहीं हो सकेगी। खुले स्थान पर मैदान की कुल क्षमता के 50 प्रतिशत से अधिक लोगों के उपस्थिति की अनुमति ही प्रदान की जायेगी।

मंगलवार को मिले कोरोना के 992 नए मामले

उत्तर प्रदेश में कोरोना के मामले बढ़ने लगे है। लेकिन योगी सरकार का कहना है कि, घबराएं नहीं बस सतकर्ता और सावधानी बरतें। मंगलवार को पिछले 24 घंटे में प्रदेश में कोरोना के 992 नए मामले सामने आए हैं और कोरोना से किसी की मौत नहीं हुई है। इस दौरान सक्रिय मामलों की संख्या 3,173 है अब तक कुल 16,88,007 रिकवरी हुई है।


यह भी पढ़ें: ईंधन कीमतों से भड़के इस देश के लोग, प्रदर्शन रोकने को इमरजेंसी का ऐलान

 

अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि, कल प्रदेश में 1,66,033 सैंपल की जांच की गई और अब तक कुल 9,36,00,940 सैंपल की जांच की जा चुकी है। 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में अब तक 12,89,19,556 को वैक्सीन की पहली डोज़ लग चुकी है। और इनमें से 7,43,46,492 लोगों को दूसरी डोज़ लगी ।, अब तक कुल 20,36,66,048 डोज़ दी गई है। कल प्रदेश में 15-18 साल के बच्चों में 1,70,386 को पहली डोज़ दी गई।

सीएम बोले- घबराएं नहीं, सतर्कता और सावधानी बरतें

घबराने और परेशान होने की नहीं, सतर्कता और सावधानी की जरूरत है। लोगों को मास्क पहनने, टीका लगवाने और सोशल डिस्टेन्सिंग के लिए प्रेरित किया जाए। बचाव का यह सर्वोत्तम प्राथमिक उपाय है। राज्य सरकार हर एक प्रदेशवासी के जीवन और जीविका की सुरक्षा के लिए संकल्पित है। कोविड की बदलती परिस्थितियों को देखते हुए राज्य स्तर पर गठित स्वास्थ्य विशेषज्ञ सलाहकार पैनल से परामर्श के आधार पर व्यापक जनहित में सभी जरूरी कदम उठाए जाएं।

कोरोना को लेकर सरकार ने लिए ये निर्णय

  • कक्षा 10 वीं तक के सभी शासकीय व निजी विद्यालयों में मकर संक्रांति तक अवकाश घोषित किया जाए।
  • वर्तमान में प्रदेश के किसी जनपद में एक्टिव कोविड केस की संख्या 1000 से अधिक नहीं है।
  • जिम, स्पा, सिनेमाहॉल, बैंक्वेट हॉल, रेस्टोरेंट आदि सार्वजनिक स्थलों को 50 फीसदी क्षमता के साथ संचालित किया जाए।
  • शादी समारोह व अन्य आयोजनों में बंद स्थानों में एक समय में 100 से अधिक लोगों की सहभागिता न हो।
  • खुले स्थान पर ग्राउंड की कुल क्षमता के 50 फीसदी से अधिक लोगों के उपस्थिति की अनुमति न दी जाए।
  • 06 जनवरी से प्रदेश में रात्रिकालीन कोरोना कर्फ्यू रात 10 से प्रातः 06 बजे तक लागू होगा।

जरूरत के अनुसार डे केयर सेंटर भी स्थापित हों

प्रदेश के सभी शासकीय, अर्धशासकीय, निजी, ट्रस्ट आदि संस्थाओं, कंपनियों, ऐतिहासिक स्मारक, कार्यालयों, धार्मिक स्थलों, होटल-रेस्त्रां, औद्योगिक इकाइयों में तत्काल प्रभाव से कोविड हेल्प डेस्क क्रियाशील करा दिया जाए। जरूरत के अनुसार डे केयर सेंटर भी स्थापित हों। बिना स्क्रीनिंग/सैनिटाइजेशन के किसी को परिसर में प्रवेश न दें।


यह भी पढ़ें:  हैरी पॉटर स्टार एम्मा वाटसन के इंस्टाग्राम से फिलिस्तीनियों पर लिखी यह पोस्ट हो गई वायरल

 

घर-घर संपर्क कर बिना टीकाकरण वाले लोगों को चिन्हित करें

सीएम योगी ने निगरानी समिति और इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर को पूरी तरह सक्रिय किया जाए। गांवों में प्रधान के नेतृत्व में और शहरी वार्डो में पार्षदों के नेतृत्व में निगरानी समितियां क्रियाशील रहें। घर-घर संपर्क कर बिना टीकाकरण वाले लोगों को चिन्हित किया जाए। उनकी सूची जिला प्रशासन को दी जाए। जरूरत के मुताबिक लोगों को मेडिसिन किट उपलब्ध कराई जाए। कोविड के उपचार में उपयोगी जीवनरक्षक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कर ली जाए।

हर दिन हो चार लाख के करीब टेस्ट

टेस्टिंग के महत्व को देखते हुए हर दिन न्यूनतम तीन से चार लाख टेस्ट किए जाएं। निजी प्रयोगशालाओं को कोविड टेस्टिंग के लिए अधिकृत करने से पूर्व उनके पिछले रिकॉर्ड देखे जाएं। क्वालिटी टेस्टिंग अनिवार्य है। हर जिले के नोडल अधिकारी अपने संबंधित जिलों से संवाद करें। हर स्थिति पर सीधी नजर रखी जाए।

प्रदेश के सभी जनपदों में स्थापित किए गए इंटीग्रेटेड कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) को 24×7 एक्टिव रखा जाए। पूर्व की भांति वहां नियमित बैठकें आयोजित की जाएं। आइसीसीसी में विशेषज्ञ चिकित्सकों का पैनल मौजूद रहे। लोगों को टेलीकन्सल्टेशन की सुविधा दी जाए।

एम्बुलेंस 24×7 एक्टिव मोड में रहें

आईसीसीसी हेल्पनंबर सार्वजनिक कर इसका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। लोग किसी जरूरत पर तत्काल वहां संपर्क कर सकते हैं। एम्बुलेंस 24×7 एक्टिव मोड में रहें। पब्लिक एड्रेस सिस्टम का बेहतर उपयोग किया जाए। सीएम हेल्पलाइन से लोगों से संवाद किया जाए।

आस्था के अप्रतिम प्रतीक ‘प्रयागराज माघ मेला’ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए 48 घंटे पूर्व की कोविड आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट की अनिवार्यता लागू की जाए। कल्पवासियों सहित सभी श्रद्धालुओं की सुविधा का पूरा ध्यान रखा जाए।


यह भी पढ़ें:  रेत में दबा मिला वह गांव, जहां हुई इस्लाम की बड़ी जंग, महीनेभर ठहरे थे पैगंबर

 

indra yadav

Related Posts

दिल्ली सीएम आतिशी का बड़ा ऐलान, कोरोना काल में जान गंवाने वाले मृतकों के परिजनों को 1-1 करोड़ रुपये देगी दिल्ली सरकार

द लीडर हिंदी: दिल्ली सीएम की कुर्सी संभालते हुए मुख्यमंत्री आतिशी ने बड़ा ऐलान किया है. कोविड महामारी के दौरान जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों को 1-1 करोड़ रुपये…

गांजा और भांग पर बोले अफजाल अंसारी, भगवान की बूटी है, तो अवैध क्यों?

द लीडर हिंदी: उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से सपा सांसद अफजाल अंसारी ने गांजा और भांग को लेकर बड़ा बयान दिया है. अफ़ज़ाल ने कहा कि लोग धार्मिक स्थलों पर…