द लीडर | राजनीति में जहां एक एक सीट के लिए पार्टियां अपना हर दांव चल रही है, वही सालों से मुलायम और गांधी परिवार यूपी में अपनी राजनीतिक दोस्ती निभाता आ रहा है। कांग्रेस ने अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के सामने कोई भी उम्मीदवार न उतारने का फैसला लिया है। अखिलेश यादव मैनपुरी की करहल सीट से और शिवपाल यादव जसवंतनगर से चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस ने करहल से ज्ञानवती यादव को अपना उम्मीदवार बनाया था। इससे पहले प्रियंका एक मौके पर कह चुकी हैं कि बीजेपी को हराने के लिए जरूरी हुआ तो कांग्रेस सपा को सपोर्ट करेगी।
आज नामांकन का आखरी दिन था
आज नामांकन का आखिरी दिन था। आज कांग्रेस की तरफ से किसी ने नामांकन नहीं किया, जबकि पार्टी ने अपनी लिस्ट में करहल से ज्ञानवती यादव को टिकट दिया था। वहीं दूसरी तरफ जसवंत नगर से भी कांग्रेस के किसी उम्मीदवार ने अपना नामांकन नहीं किया है। यहां से मुलायम सिंह के भाई शिवपाल सिंह यादव चुनाव लड़ रहे हैं। बता दें कि समाजवादी पार्टी अमेठी और रायबरेली से अपना उम्मीदवार खड़े नहीं करती रही है।
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अखिलेश-शिवपाल के खिलाफ कांग्रेस नहीं लड़ेगी चुनाव
एक निजी चैनल से बातचीत में कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और बृज क्षेत्र के प्रभारी रोहित चौधरी ने बताया कि कांग्रेस ने फैसला किया है कि करहल और जसवंतनगर सीट पर अपना प्रत्याशी नहीं उतारेंगे। यहां तक की करहल सीट पर पहले से घोषित कांग्रेस प्रत्याशी ज्ञानवती यादव को नामांकन करने से मना कर दिया गया है।
प्रियंका गांधी के खिलाफ कोई उम्मीदवार खड़ा नहीं करेगी सपा : कांग्रेस
इस बीच कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि यदि प्रियंका गांधी वाड्रा रायबरेली से विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला करती हैं जहां 27 फरवरी को चौथे चरण में मतदान होना है, तो सपा उनके खिलाफ अपना उम्मीदवार नहीं खड़ा करेगी। कांग्रेस की बागी नेता और पूर्व विधायक अदिति सिंह पहले ही प्रियंका को चुनाव लड़ने की चुनौती दे चुकी हैं।