UP Politics : योगी को मिला बड़ा ब्राह्मण चेहरा, जितिन प्रसाद BJP में शामिल, कांग्रेस को बड़ा झटका

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द लीडर हिंदी : Jitin Prasada joins BJP उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी की कांग्रेस पर सर्जिकल स्ट्राइक शुरू हो गई है। कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद ने रेल मंत्री पीयूष गोयल की मौजूदगी में बीजेपी का थामन लिया है।

अनिल बलूनी के ट्वीट के बाद मची थी हलचल

बीजेपी के सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल बलूनी ने बुधवार सुबह एक ट्वीट किया। यह ट्वीट था आज एक दिग्गज शख्सियत दोपहर 1 बजे भाजपा मुख्यालय में पार्टी में शामिल होगी।

कौन हैं जितिन प्रसाद 

कांग्रेस के दिग्गज नेता जितेंद्र प्रसाद के बेटे हैं जितिन प्रसाद. जितेंद्र प्रसाद दो प्रधानमंत्रियों (राजीव गांधी और पीवी नरसिम्हाराव) के राजनीतिक सलाहकार रह चुके थे.

2000 में जितेंद्र प्रसाद ने कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव सोनिया गांधी के खिलाफ लड़ा था, लेकिन वह हार गए थे. 2001 में जितेंद्र प्रसाद का निधन हो गया.

इसके बाद पिता जितेंद्र प्रसाद की राजनीतिक विरासत को जितिन प्रसाद ने संभाला. 2001 में वह इंडियन यूथ कांग्रेस से जुड़ गए.

2004 में जितिन प्रसाद शाहजहांपुर सीट से जीतकर पहली बार लोकसभा पहुंचे. यूपीए-1 की सरकार में जितिन प्रसाद को केंद्रीय मंत्री बना दिया गया. वह मंत्री बनने वाले सबसे युवा चेहरों में से एक थे.

2009 में जितिन प्रसाद, धौरहरा लोकसभा सीट से लड़े और जीते. यूपीए-2 में जितिन प्रसाद को पेट्रोलियम और सड़क-परिवहन जैसे अहम मंत्रालय की बतौर राज्य मंत्री जिम्मेदारी मिली थी.

2014 का चुनाव जितिन प्रसाद हार गए. इसके बाद से ही जितिन प्रसाद के राजनीतिक सितारे गर्दिश में चले गए.

यूपी कांग्रेस को बड़ा नुकसान

जितिन प्रसाद, यूपी में कांग्रेस के बड़े ब्राह्मण चेहरों में से एक है. इसके साथ ही वो जमीनी स्तर के नेता है जिनका लखनऊ के आसपास इलाकों में अच्छा खासा प्रभाव है.

उनके कांग्रेस छोड़ने की कवायद बहुत पहले से ही चल रही थी. जानकार कहते हैं कि आप देख सकते हैं कि किस तरह से केंद्रीय नेतृत्व के नजरंदाज किए जाने की वजह से मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अलग राह चुन ली. ठीक उसी तरह राजस्थान में सचिन पायलट अपनी पार्टी के लिए मुसीबत खड़ी करते रहते हैं.

लंबे समय से कांग्रेस से चल रहे थे नाराज

बता दें कि जितिन प्रसाद काफी लंबे समय से कांग्रेस पार्टी से नाराज चल रहे थे. वो उन 23 नेताओं में भी शामिल थे जिन्होंने सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखी थी. प्रसाद यूपी कांग्रेस में बड़ी जिम्मेदारी चाहते थे लेकिन उन्हें पार्टी में नजरअंदाज किया जा रहा था.

जितिन को कांग्रेस नेता राहुल गांधी का बेहद करीबी माना जाता था. लेकिन, कुछ वक्त से वह कांग्रेस पार्टी में हाशिये पर थे. हालांकि उन्होंने इसे लेकर कोई खुला विरोध नहीं किया था, लेकिन वो लगातार पार्टी से खुश न रहने का संकेत दे रहे थे.

सीएम योगी ने दी बधाई

कांग्रेस का दामन छाेड़कर भाजपा में शामिल होने पर जितिन प्रसाद को सीएम योगी ने भी बधाई दी है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि कांग्रेस छोड़कर भाजपा के वृहद परिवार में शामिल होने पर जितिन प्रसाद का स्वागत है. जितिन प्रसाद के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने से उत्तर प्रदेश में पार्टी को अवश्य मजबूती मिलेगी.

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने बताया विश्वासघाती

कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने जितिन प्रसाद के भाजपा में शामिल होने पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी एक विचार धारा की पार्टी है. कांग्रेस में सबको समान मौका और समान अवसर मिला. बंगाल में इतना बड़ा प्रभार देने के बावजूद अगर कोई पार्टी छोड़ देता है तो ऐसा व्यक्ति पार्टी के लिए विश्वासघाती के अलावा कुछ नहीं हो सकता.

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