कांग्रेस का मिशन 2024, सहयोगी दलों के साथ जल्द होगा सीटों पर फैसला

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द लीडर हिंदी : देश में राजनीतिक माहौल काफी गर्म है. 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव नजदीक है. सभी विपक्षी पार्टियां लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी इनदिनों भारत जोड़ों न्याय यात्रा पर है. 14 जनवरी को मणिपुर से शुरू हुई भारत जोड़ों न्याय यात्रा का आज 10वां दिन है. कांग्रेस को इस यात्रा और गठबंधन से कुछ हद तक फायदा हो सकता है.पार्टी अपने सहयोगियों के साथ अलग-अलग राज्यों में सीट शेयरिंग के लिए बातचीत तेज कर चुकी है.

बता दें लोकसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस के सामने स्थिति काफी हद तक साफ है. कांग्रेस का मानना है कि जिन राज्यों में बंटवारा होना है, वहां काफी हद तक तस्वीर साफ हो चुकी है. हालांकि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर तमाम विपक्षी दलों के साथ कांग्रेस की बातचीत लगातार जारी है.

25 जनवरी को महाराष्ट्र में महाविकास आघाड़ी के बीच सीटों का बंटवारा होना है, जिसमें कांग्रेस शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट और एनसीपी (शरद पवार गुट) के साथ मिलकर आपस में तय करेंगे. इसमें प्रकाश अंबेडकर की वंचित बहुजन अघाड़ी और राजू शेट्टी की स्वाभिमानी पक्ष भी शामिल हो सकते हैं.वही कांग्रेस को उम्मीद है कि जिन राज्यों में तालमेल होना है, वहां सीट बंटवारे को लेकर चीजें काफी साफ हैं. उन्हें लेकर आखिरी फैसला होना है.

वही कांग्रेस का मानता है कि तमाम प्रदेशों में क्षेत्रीय दलों के रुख में बदलाव आया है. खासकर यूपी में एसपी और अखिलेश यादव के सुर में नरमी आई है. अखिलेश यादव द्वारा यात्रा को लेकर जिस तरह प्रतिक्रिया दी गई, उसे कांग्रेस एक सकारात्मक संकेत की तरह देख रही है.

दरअसल, हाल ही में असम में राहुल गांधी की अगुआई में निकल रही ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ पर हुए हमले को लेकर अखिलेश यादव ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा था. कांग्रेस के एक खास सूत्र का कहना है कि एक दो राज्यों को छोड़ा तो अब तक तमाम राज्यों में गठबंधन को लेकर काफी हद तक स्पष्टता आ चुकी है.

पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश में स्पष्टता आनी बाकी है.खबर है कि बंगाल में टीएमसी कांग्रेस को दो सीटें देने के लिए तैयार है, जिसके लिए कांग्रेस तैयार नहीं. वहीं आंध्र प्रदेश में स्पष्टता आनी है कि यहां कांग्रेस तालमेल करेगी या नहीं.

जम्मू कश्मीर को लेकर पार्टी का मानना है कि वहां दोनों ही राजनीतिक दल नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी साथ आना चाहते हैं. दोनों इंडिया गठबंधन का हिस्सा हैं. लद्दाख में स्थानीय चुनावों के नतीजे से पार्टी उत्साहित है. कांग्रेस सूत्र का कहना था कि महाराष्ट्र, तमिलनाडु और केरल में तस्वीर साफ हैं.

वहीं कुछ समय पहले ही तेलंगाना में जीत कर सत्ता में पहुंची कांग्रेस तेलंगाना में तालमेल नहीं करना चाहती. यूं तो गुजरात में भी कांग्रेस-बीजेपी की सीधी टक्कर है, लेकिन कांग्रेस यहां एक दो सीटें आम आदमी पार्टी को दे सकती है.