अखिलेश के गढ़ इटावा में सीएम योगी , 500 बेड के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का किया लोकार्पण

द लीडर हिंदी : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुलायम यादव और अखिलेश के ‘घर’ सैफई आज बुधवार 12:10 पर पहुंचे. जब सीएम सैफई मेडिकल कॉलेज के ऑडिटोरियम के मंच पर पहुंचे तो तालियां बजाकर लोगों ने उनका स्वागत किया. सीएम ने सैफई आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का इनॉगरेशन किया.और इटावा के सैफई में 500 बेड के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का लोकार्पण किया. इसके बाद ऑडिटोरियम में सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पहले लोग इटावा और सैफई के नाम से डरते थे. अब यहां देश के युवा तैयार हो रहे हैं.बता दें इस दौरान कुलपति प्रोफेसर/डॉक्टर प्रभात कुमार ने अस्पताल की उपलब्धियां बताई. मंच पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, चिकित्सा राज्य मंत्री, स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव, सांसद राम शंकर कठेरिया, विधायक सरिता भदौरिया मौजूद रहे.

मुख्यमंत्री ने इटावा में मेडिकल के छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार हो रहा है.डबल इंजन की सरकार आम आदमी का ध्यान रख रही है. पांच सौ बेड सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के उद्घाटन की बधाई दी.

इस दौरान सीएम योगी ने मुलायम सिंह यादव को सैफई में मेडिकल कॉलेज बनवाने के लिए श्रद्धांजलि दी. कहा कि उनके इस विश्विद्यालय के बनवाने की वजह से पूरे भारत के छात्र यहां आ रहे हैं.उन्होंने कहा कि पहले इटावा के नाम से लोग डरते थे.अब यहां देश के युवा तैयार हो रहे हैं.

सीएम योगी यही नहीं रूके उन्होंने ने कहा कि कुछ लोगों की कानाफूसी करने की आदत रही है. कहा अब अपना और पराया नहीं होता. अब सबके लिए काम होता है. पीएम मोदी की शान में कसीदे पढ़ते हुए सीएम योगी ने कहा मोदी जी के सबका विकास के उद्देश्य के साथ काम किया जा रहा है.उन्होंने कहा कि इलाच के लिए रुपये की कमी नहीं. 108 और 102 के रिस्पॉन्स टाइम को काम किया है. हर जनपद में एडवांस लाइफ सपोर्ट की चार से पांच गाड़ियां हैं. जहां पहले पूरे प्रदेश में छह-सात कार्डिक की गाड़ियां थीं. अब सभी जनपद में हैं.

सपा पर बंद अंदाज में वार करते हुए उन्होंने कहा उत्तर प्रदेश में सरकार कोई भेदभाव नहीं करती. पिछली सरकार नारियल फोड़कर शुभारंभ तो कर देते थे, लेकिन बजट नहीं देते थे. मेडिकल कॉलेज को टोकन मनी के नाम पर एक लाख रुपये दिए जाते थे.आज नियुक्ति पत्र पाने वालों के चहरे पर शिकन नहीं थी.इस दौरान उन्होंने कहा अब इटावा और सैफई के नाम से डर नहीं लगता.1996 का जिक्र करते हुए कहा कि वह जयपुर से आगरा रात में पहुंचे थे. वहां से कानपुर जाने के लिए पुलिस वालों ने मना कर दिया कि रात में न जाएं, इटावा पड़ेगा. अब ऐसा डर नहीं है.

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Abhinav Rastogi

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