THE LEADER. यूपी के ज़िला बरेली में गर्भवती बहू को जलाकर मारने और लाश ईशान अस्पताल में छोड़कर फरार होने की सनसनीखेज़ वारदात हुई है. मामला दो सरकारी सेवा वाले परिवारों के बीच का है. लड़की के पिता मानसिक चिकित्सालय जबकि दामाद सेल टैक्स में बाबू है.इज़्ज़तनगर के रजत विहार में रहने वाले लड़की के पिता दिनेश कुमार ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी आकांक्षा की शादी नवंबर 2019 में दुर्गानगर के रहने वाले अशोक कुमार से की थी, जो सेल टैक्स विभाग में क्लर्क है. दोनों के एक तीन साल की बेटी है. आकांक्षा गर्भवती थीं. उन्हें गैस के चूल्हे या किसी और तरह से जलाकर मारा गया है.
सोमवार को सुबह आठ बजे भाई शांतनु के पास फोन आया कि आकांक्षा जल गई है. उसे ईशान हास्पिटल में भर्ती कराया है. आकांक्षा के परिजन वहां पहुंचे तो उसकी सांसें तम चुकी थीं. ससुराली अस्पताल से फरार हो गए थे. पुलिस को सूचना दी गई. शव को क़ब्ज़े में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया. इसके बाद बारादरी पुलिस ने दबिश देने के बाद दुर्गानगर से आकांक्षा के पति को गिरफ़्तार कर लिया.
पुलिस ने पति के अलावा शांति देवी, ननद गीता देवी के खिलाफ़ मुक़दमा दर्ज कर लिया है. दिनेश कुमार का कहना है कि दामाद का भाई पुलिस में कांसटेबिल है. वो भी आकांक्षा को प्रताड़ित करता रहता था. उन्होंने बेटी की शादी पर 10 लाख नक़द दिए थे. उसके बाद भी बेटी को दहेज़ के लिए तंग किया जाता था. अब आकर उसे मार डाला. आकांक्षा के साथ ही उसके पेट में पल रहा बच्चा भी दुनिया में आने से पहले ख़त्म हो गया. घटना बेहद गंभीर है. फिलहाल पुलिस ने पति को गिरफ़्तार कर लिया है. पुलिस आगे क्या कार्रवाई करेगी, उसके लिए अभी इंतज़ार करना होगा, क्योंकि मामला लखनऊ में तैनात पुलिस के अपने ही कांसटेबिल से भी जुड़ा है.