द लीडर। एक्सप्रेसवे को लेकर अलग पहचान बनाने वाले उत्तर प्रदेश को आज एक और एक्सप्रेसवे की सौगात मिली है। पीएम मोदी ने बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का उद्घाटन कर इसे जनता को समर्पित कर दिया है। इस दौरान सीएम योगी भी मौजूद रहे। पीएम ने जालौन जिले के उरई तहसील के कैथेरी गांव में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का उद्घाटन किया।
विकास की नई रफ़्तार छूने के लिए तैयार यूपी
यूपी का बुंदेलखंड क्षेत्र अब विकास की नई रफ़्तार छूने के लिए तैयार है। पीएम मोदी ने एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करते हुए कहा कि, सीएम योगी के नेतृत्व में यूपी की तस्वीर लगातार बदल रही है।
एक्सप्रेस सिर्फ वाहनों को ही गति नहीं देगा,बल्कि इससे पूरे औद्योगिक गति को रफ्तार मिलेगी। उन्होंने कहा कि, हम पुरानी सोच को पीछे छोड़कर नई सोच के साथ आगे बढ़ रहे हैं।
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पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि, बुंदेलखंड वेदव्यास की जन्मस्थली, हमारी बाईसा लक्ष्मीबाई की धरती पे बेर-बेर आवे को अवसर मिलो, हमें बहुतइ प्रसन्नता हई। इसके साथ ही उन्होंने बिना किसी का नाम लेते हुए विपक्ष पर हमला बोला और कहा कि, हमारे देश में मुफ्त की रेवड़ी बांटकर वोट बटोरने का कल्चर लाने की कोशिश हो रही है। ये रेवड़ी कल्चर देश के विकास के लिए बहुत घातक है।
पीएम मोदी ने की सीएम योगी की तारीफ
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के उद्घाटन के दौरान पीएम मोदी ने सीएम योगी की तारीफ करते हुए कहा कि, यूरोप के कई देश ऐसे हैं, जहां पर किले देखने का बहुत बड़ा टूरिज्म सेक्टर बनता है। आज मैं योगी सरकार से कहूंगा यहां टूरिज्म सर्किट बनाएं। इससे दुनिया भर के लोग यहां आएं और किले देखें।
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि, सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की तस्वीर बदल रही है। यहां कनेक्टिविटी भी बढ़ रही है।
विकास की धुरी बनेगा बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन से पहले सीएम योगी ने एक्सप्रेस-वे की कई सारी खूबियां गिनाईं। सीएम योगी ने अपने संबोधन में कहा कि, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे विकास की धुरी बनेगा।
वहीं सीएम योगी ने कहा कि, यह ऐतिहासिक क्षण है। मैं बुंदेलखंड वासियों को बधाई देता हूं। जहां दबंगों की वजह से अपनी पुश्तैनी जमीन पर घर नहीं बना सकता था। घरौनी योजना की वजह से अब संभव हो पाया है कि जिनके कागज नहीं हैं। अब वह अपना घर बना सकते हैं। आजादी के बाद से बुंदेलखंड की प्रतीक्षा आज खत्म हुई।
28 महीने में ही पूरा हो गया एक्सप्रेसवे का काम
बता दें कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 29 फरवरी 2020 को बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया गया था। इस एक्सप्रेसवे का काम 28 महीने के भीतर ही पूरा कर लिया गया है।
इस परियोजना को फरवरी 2023 में पूरा होना था, लेकिन जब पूरी दुनिया कोरोना की मार झेल रही थी तब दिन रात यहां एक्सप्रेसवे का काम चालू रहा। जिसके चलते एक्सप्रेसवे का का काम 8 महीने पहले ही पूरा हो गया। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के निर्माण पर 14,850 करोड़ रुपये का खर्च आया है.
आइए जानते हैं बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की खासियत क्या है ?
1- 296 किलोमीटर के दायरे में फैले बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से अब चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर और जालौन के लोगों के लिए दिल्ली का सफर आसान होगा।
2- इसके साथ ही दिल्ली से चित्रकूट जाने का समय लगभग आधा हो जाएगा। पहले जहां 12 से 14 घंटे लगते थे वहीं यह दूरी अब महज 6 घंटे में पूरी कर ली जाएगी।
3- बताया जाता है कि इस एक्सप्रेसवे की जमीन खरीदने में 2200 करोड़ रुपये लगे थे और निर्माण 14,850 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं।
4- इस एक्सप्रेस-वे पर 250 से ज्यादा छोटे पुल, 15 से ज्यादा फ्लाईओवर, 6 टोल प्लाजा और 12 से ज्यादा बड़े पुल और 4 रेल पुल बनाए गए हैं।
5- एक्सप्रेस-वे पर कोई पशु न आने पाएं, इसके लिए दोनों तरफ कंटीली तार का बाड़ लगाया गया है। एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ 7 लाख पेड़ पौधे भी लगाए जाएंगे।
6- बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे 8 नदियों बागेन, केन, श्यामा, चन्दावल, बिरमा, यमुना, बेतवा और सेंगर से होकर गुजरता है।
अब जरा नजर डाल लेते हैं बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे कैसे यूपी की अर्थव्यवस्था को नया आयाम मिलेगा
1- बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे कई इलाके की कनेक्टिविटी में सुधार के साथ-साथ आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देगा।
2- बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
3- इसके साथ ही एक्सप्रेसवे से स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
4- यह एक्सप्रेस-वे ‘नए भारत के नए उत्तर प्रदेश’ में समृद्ध बुंदेलखंड के सामाजिक और आर्थिक विकास की ऐतिहासिक गति का कारक बनेगा।
5- बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे से लोगों को देश की राजधानी दिल्ली पहुंचने में सहूलियत होगी।
6- एक्सप्रेस सिर्फ वाहनों को ही गति नहीं देगा,बल्कि इससे पूरे औद्योगिक गति को रफ्तार मिलेगी।
7- बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे 7 जिलों- चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरैया और इटावा का कायाकल्प करेगा।
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