नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में जीत कर आए बीजेपी के 77 विधायकों को केंद्रीय अर्धसैनिक बल की सुरक्षा मुहैया करायी जाएगी. ये जानकारी एक अधिकारी ने दी है. उन्होंने कहा कि, विधायकों की सुरक्षा में CISF और CRPF के सशस्त्र कमांडो तैनात रहेंगे.
यह भी पढ़े: देश में कम हुई कोरोना की रफ्तार! 24 घंटे में आए 3.11 लाख नए केस, 3576 लोगों की मौत
बीजेपी का टीएमसी कार्यकर्ताओं पर आरोप
अधिकारी ने कहा कि, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों द्वारा तैयार की गई एक रिपोर्ट और हाल ही में बंगाल भेजी गई टीम के इनपुट के आधार पर यह फैसला लिया है. बता दें कि, 2 मई को चुनाव नतीजों के बाद पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक टीम पश्चिम बंगाल भेजी थी. बीजेपी का आरोप है कि टीएमसी कार्यकर्ताओं ने उनके कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया.
चुनाव के दौरान EC के पास थी सुरक्षा की जिम्मेदारी
वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के मुताबिक, चुनाव बाद हुई हिंसा में 16 लोगों की मौत हुई थी. उन्होंने कहा था कि, इस दौरान राज्य की सुरक्षा की जिम्मेदारी चुनाव आयोग के पास थी.
यह भी पढ़े: नेपाल की राजनीतिक अस्थिरता नए दौर में, ओली संसद में विश्वास मत हारे, पार्टी में भी बगावत
बताया जा रहा है कि, 61 विधायकों को न्यूनतम ‘एक्स’ श्रेणी की सुरक्षा दी जाएगी. और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के कमांडो तैनात किए जाएंगे.
‘जेड’ कैटगरी की सुरक्षा में शुभेंदु अधिकारी
बाकी के सभी विधायकों को ‘वाई’ कैटगरी की सुरक्षा दी जाएगी. अधिकारी ने कहा कि, विपक्ष के नेता और नंदीग्राम से विधायक शुभेंदु अधिकारी पहले से ही केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की ‘जेड’ कैटगरी की सुरक्षा में हैं.
बीजेपी बंगाल में मुख्य विपक्षी पार्टी बनकर उभरी
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में टीएमसी ने 292 सीटों में 213 सीटों पर जीत दर्ज की है और बीजेपी ने 77 सीटों पर कब्जा जमाया है. पहली बार है जब बीजेपी राज्य में मुख्य विपक्षी पार्टी बनकर उभरी है.
यह भी पढ़े: फिर संकट में फिलिस्तीन: इजराइल के हवाई हमले में 9 बच्चों समेत 20 मारे गए