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द लीडर। इन दिनों बिहार के एक छोटे से गांव का सोनू सोशल मीडिया में वायरल है. इन दिनों बिहार के सोनू की खूब चर्चाएं हो रही है. 11 साल का मासूम ने सीएम नीतीश कुमार से अपनी पढ़ाई को लेकर गुहार लगाई थी.
सोशल मीडिया पर कौन कब वायरल हो जाए कुछ कह नहीं सकते. बिहार का 11 साल का सोनू सोनू इंटरनेट पर अपना कब्जा जमाए हुए है. सोनू के दो वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहे हैं. एक वीडियो सीएम नीतीश कुमार के साथ और दूसरा तेजप्रताप के साथ है.
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सोनू बिहार के नालंदा जिले के नीमा कोल का रहने वाला है. सोनू हाल ही में नीतीश कुमार से मिलने के बाद पढ़ाई में मदद करने का आग्रह कर सुर्खियों में आया था. सोनू ने सीएम से मिलकर बिहार की शिक्षा और शराबबंदी दोनों को फेल बताया था. इसके बाद से वह लगातार सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है.
30 छात्रों को पढ़ाता है ट्यूशन
छठी कक्षा में पढ़ने वाला 11 साल का छात्र सोनू 30 छात्रों को ट्यूशन देता है और ट्यूशन से हर महीने करीब तीन हजार रुपये कमा लेता है. सोनू का पढ़ाई का इतना अच्छा लगता है कि वह गांव में अपने से छोटे छात्रों से लेकर हमउम्र के छात्रों को पढ़ाता है.
सीएम से की थी शिकायत
खास बात तो यह है कि. पढ़ाई की वजह से ही वह अपनी गुहार लेकर सीएम नीतीश कुमार के पास तक जा पहुंचा. सोनू ने हाथ जोड़कर मुख्यमंत्री से कहा कि, सर मुझे पढ़ने के लिए मदद कीजिए, मेरे पिता मुझे नहीं पढ़ाना चाहते. इस दौरान उसने पिता के शराब पीने की शिकायत भी की और सरकारी स्कूल में पढ़ाई की स्थिति बयां की थी.
दरअसल, हरनौत के दौरे के क्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लोगों से मिल रहे थे, इसी दौरान सोनू भीड़ से आगे बढ़ कर मुख्यमंत्री से कहता है, सुनिए न सर. हमे पढ़ाई में मदद कर दीजिए. मुख्यमंत्री ने तत्काल उपविकस आयुक्त को उसकी आगे की पढ़ाई का जिम्मा सौंप देते हैं. वैसे, सोनू हमउम्र के बच्चो को ट्यूशन भी पढ़ाता है. ट्यूशन से पैसे मिले उससे वह एंड्रायड फोन खरीद लिया, जिससे वह यू ट्यूब पर जानकारी हासिल कर सके.
बेबाकी से सोनू कहता है कि, सरकारी स्कूल के शिक्षकों में योग्यता की कमी है. उन्हें जानकारी कम है. इस कारण सरकारी स्कूल के बच्चों को पढ़ाता हूं. वह बताता है कि, वह यू ट्यूब के जरिए आगे की पढ़ाई पूरी कर चुका है.
सोनू की दिलचस्पी सभी विषयों में है. सोनू बताता है कि, उससे सीखने के लिए 30 बच्चे आते हैं, जिनसे वह प्रति माह के हिसाब से 100 रुपए लेता है. इससे उन बच्चों की पढ़ाई हो जा रही है और मुझे भी आर्थिक मदद मिल जाती है.
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उन्होंने यह भी बताता कि, कई बच्चे पैसे भी नहीं देते. भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी बनने के सपने संजोए सोनू मदद के लिए मिल रहे ऑफर से खुश तो है, लेकिन कहता है कि उसे ऐसी मदद नहीं चाहिए, उसे मदद अधिकारी बनने तक चाहिए. उसकी मां भी अपने बच्चे को अधिकारी के रूप में देखना चाहती है।
मदद को आगे आए सोनू सूद
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुआ तो कोरोना महामारी के दौरान हजारों के मसीहा बने बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद ने नन्हें सोनू के लिए मदद के हाथ बढ़ाए हैं. उन्होंने ट्वीट कर जानकारी दी है कि सोनू का स्कूल में एडमिशन ही नहीं बल्कि रहने के लिए हॉस्टल की भी व्यवस्था भी हो गई है. लोगों के लिए मसीहा बनें सोनू सूद ने बिहार के नन्हें सोनू कुमार के लिए मदद के हाथ आगे बढ़ाए हैं.
बॉलीवुड एक्टर ने ट्वीट कर ये जानकारी दी है, जिसके बाद एक बार फिर से सोशल मीडिया पर उनकी खूब तारीफ हो रही है. सोनू सूद ने ट्वीट किया और लिखा- ‘सोनू ने सोनू की सुन ली भाई. स्कूल का बस्ता बांधिए. आपकी पूरी शिक्षा और हॉस्टल की व्यवस्था हो गई है’. सोनू ने अपने ट्वीट में ये भी बताया कि सोनू का एडमिशन Ideal International Public School BIHTA (Patna) में करवाया गया है.
तेजप्रताप की कर दी बोलती बंद
तेज प्रताप यादव ने सोनू को वीडियो कॉल किया था. इस बीच तेज से सोनू पूछता है, ‘सर आप हमारे गांव कब आ रहे हैं? इस पर तेज प्रताप कहते हैं, ‘जब तुम बुलाओगे तब आ जाऊंगा, तुम बोल्ड लड़के हो. हम तुम्हारे फैन हो गए हैं. तुम मेरे बिहार के स्टार हो.
इसके बाद तेज प्रताप सोनू को बोलते हैं जब हम सरकार में आएंगे तो आईएएस बनना और मेरे अंडर में काम करना, ठीक है. इस पर सोनू तपाक से कहता है कि, मैं किसी के अंडर में नहीं करूंगा. सोनू की बात सुनकर तेज प्रताप ड्राइवर की तरफ देखने लगते हैं, फिर उन्हें फोन काट देते हैं.
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