Bihar Politics : क्या RJD ने 16 साल के ‘सुशासन’ के आवरण से हटा दी झीनी चुनरी, जो दिखने लगे बदहाली के दाग

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Bihar RJD Removed 16 Years Of Good Governance Cover
सारढ़ जिले के तरैया रेफर अस्पताल का हाल देखते आरजेडी नेता तेज प्रताप यादव. फोटो साभार तेज प्रताप

द लीडर : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने, बिहार की जिस बदहाली को, पिछले 16 सालों से ‘सुशासन’ की झीनी चुनरी ओढ़ा रखी थी. और राजकाज के इतने लंबे अरसे में उसे बदलना भी जरूरी नहीं समझा. लेकिन अब जब वो गलने लगी. तो सारे दाग नजर आने लगे हैं. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सरकार पर हमलावर है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, 7 बार के मुख्यमंत्री, जिन्हें ‘सुशासन बाबू’ का लकब हासिल है. उनके किए-धरे का हिसाब जनता के बीच रखकर, तीखे सवाल पूछ रहे हैं.

बिहार में शिक्षा, रोजगार, बाढ़, ऐसे तमाम मुद्​दे हैं, जिन पर सरकार घिरी है. लेकिन इस वक्त का सबसे ज्वलंत विषय है-स्वास्थ्य. बिहार में स्वास्थ्य सेवाओं का हश्र क्या है? ये किसी से छिपा नहीं है. हाल ही में Center for Disease Dynamics, Economics & Policy (CDDEP) रिसर्च की एक रिपोर्ट, जो आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने साझा की. उसके मुताबिक राज्य में 1 लाख की आबादी के लिए जो अस्पताल बने हैं, वहां मात्र 16 बेड यानी बिस्तर हैं.

सारढ़ जिले के तरैया रेफर अस्पताल का निरीक्षण करते विधायक तेज प्रताप यादव.

ढांचागत संसाधन (इंफ्रास्टक्चर) के मुद्​दे पर पर लाजवाब सरकार, आंकड़ों के हेरफेर में फंस गई है. गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने एक रिपोर्ट जारी की, जिसमें कहा कि 24 घंटे में रिकॉर्ड 6,62,507 लोगों को टीके लगाए गए हैं. दूसरे ही पल राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने टीकाकरण की रिपोर्ट साझा की. इसमें एक दिन में 1.23 लाख वैक्सीन लगाए जाने की बात कही है.


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स्वास्थ्य मंत्री और स्वास्थ्य विभाग आंकड़ों में बड़े फासले पर तेजस्वी यादव ने सरकार को आड़े हाथ लिया. तेजस्वी ने कहा-, ‘बिहार में फर्जीवाड़े और भ्रष्टाचार की ये छोटी सी बानगी है. नीतीश सरकार ने जांच, दवा खरीद, एंबुलेंस, टीकाकरण और मौत के आंकड़ों में भारी फर्जीवाड़ा किया है. मुख्यमंत्री का अलग आंकड़ा है, स्वास्थ्य मंत्री का अलग और स्वास्थ्य विभाग का अलग. बेशर्मों को अब भी शर्म नहीं आ रही. ‘ इससे पहले बुधवार को तेजस्वी यादव ने एक ट्वीट में में सैंपलिंग में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था.

आरजेडी के नेता और लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप यादव ने सारढ़ जिले के तरैया रेफरल अस्पताल का जायजा लिया. अस्पताल का भवन जर्जर है. अंदर तक रोड़े पड़े हैं. फर्श और छत दोनों टूटी हैं. इस पर तेज प्रताप ने तंज कसा-,’16 साल में साल वाली सुशासनी सरकार की पागल विकास हर जगह से ढह-ढह कर गिरने लगी है.’

सारढ़ जिले के अमनौर स्वास्थ्य केंद्र का हाल. अस्पतालों में बेड का संकट है, तब यहां ऐसे पड़े हैं. फोटो साभार तेज प्रताप यादव ट्वीटर

बिहार में टीकाकरण, सैंपलिंग और मौत के आंकड़ों में भारी गड़बड़ी के आरोप लगते रहे हैं. इसको लेकर विपक्षी नेता तेजस्वी याद सरकार पर लगातार हमलावर हैं. मई में बिहार के बक्सर जिले में गंगा में सैकड़ों लाशें उफनाती पाई गई थीं. इसको लेकर भी सरकार घिरी थी. लेकिन तब ये कहकर बचाव कर लिया गया कि ये यूपी से बहरकर आई हैं.


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अब जबकि देश के साथ अमूमन हर एक राज्य का स्वास्थ्य ढांचा अग्नि परीक्षा के दौर से गुजर रहा है, तब करीब 13.12 करोड़ की आबादी वाला बिहार पस्त है. और लोग को समय पर बेहतर इलाज के लिए दर-बदर भटक रहे हैं.

 

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