बंगाल चुनाव : पूर्व आइपीएस अब्दुर्रहमान बोले-आखिर कब तक मुसलमानों की लाश पर बनती रहेंगी सरकारें

0
277
Bengal Election Former IPS Governments Formed Corpse Muslims
बंगाल चुनाव, फोटो-साभार ट्वीटर.

द लीडर : पश्चिम बंगाल का विधानसभा चुनाव सांप्रदायिक बंटावारा, हिंसा और नफरत की पिच पर लड़ा गया. शनिवार को कूच बिहार में मतदान के दौरान केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF)की गोली से चार मुस्लिम युवाओं की मौत हो गई, जिसे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नरसंहार करार दिया है. तो गृहमंत्री अमित शाह ने ममता पर युवाओं को हिंसा के लिए उकसाने का आरोप लगाया है.

कूच बिहार कांड पर भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के आरोप-प्रत्यारोप और राजनीतिक पैंतरेबाजी से अलग मुस्लिम समाज में आक्रोश है. मुंबई के पूर्व आइपीएस अधिकारी अब्दुर्रहमान ने इस घटना को लेकर भारतीय राजनीतिक व्यवस्था की तल्ख लहजे में आलोचना की है. उन्होंने एक ट्वीट में लिखा, ‘कब तक मुसलमानों की लाशों पर सरकारें बनतें रहेंगी. चुनाव आयोग कृप्या बंगाल और भारत के लोकतंत्र की हिफाजत करें.’

कूच बिहार के एक बूथ पर मतदान के दौरान हिंसक घटना हो गई थी. गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि ममता दीदी के बहकावे में आकर कुछ युवाओं ने बूथ पर हमला किया. सीआइएसएफ के हथियार छीनने की कोशिश की. मजबूरन जवानों को गोली चलानी पड़ी. इसमें चार नौजवानों की जान चली गई. मैं पूछना चाहता हूं कि युवाओं ने ऐसी हिम्मत क्यों की.

गृहमंत्री ने इस पूरी घटना के लिए टीएमसी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. जबकि ममता बनर्जी ने चार युवाओं की हत्या को नरसंहार बताते हुए कहा कि वे उनके पैर या जिस्म के निचले हिस्से पर भी गोली मार सकते थे. लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. सब गोलियां सीने और गर्दन में मारीं.


जोतीराव फुले जन्मदिन विशेष : आज 170 साल बाद फिर समाज को एकजुट करने वाले ज्योतिबा फुले की जरूरत है


 

बंगाल चुनाव के केंद्र में मुस्लिम समाज ही रहा. इसी को केंद्र में रखकर चुनाव प्रचार हुए. भाजपा टीएमसी पर मुस्लिमों के संरक्षण का आरोप लगाती रही. बहरहाल, कूच बिहार की घटना पर चुनाव आयोग ने स्थानीय प्रशासन से पूरी रिपोर्ट मांगी है.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here