कैंपस में तोड़फोड़-मारपीट मामले में ABVP पर कार्रवाई न होने से से नाराज स्टाफ ने बंद किया बरेली कॉलेज

द लीडर : बरेली कॉलेज में कर्मचारी के साथ मारपीट और तोड़फोड़ करने वाले आरोपियों के खिलाफ एफएआइआर दर्ज न होने से नाराज शिक्षक और कर्मचारियों ने कॉलेज बंद कर दिया है. इस मांग के साथ कि जब तक कार्रवाई नहीं होगा. कॉलेज बंद रहेगा. इस पर एडीएम कॉलेज पहुंचे. शिक्षक-कर्मचारियों से बात की. और भरोसा दिलाया कि आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई होगी. (Bareilly College Closed ABVP)

कर्मचारी संघ का आरोप है कि 12 अक्टूबर को कॉलेज में फॉर्म जमा करने को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ताओं ने एक कर्मचारी के साथ मारपीट कर दी थी. इसी के विरोध में अस्थाई कर्मचारी आंदोलनरत हुए, तो एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने कैंपस में घुसकर तोड़फोड़ की. और जमकर उत्पात मचाया. यहां तक कि प्राचार्य कक्ष की कुर्सियां तक तोड़ डालीं. इस घटनाक्रम से कॉलेज के शिक्षक और कर्मचारी सब एकजुट हो गए. एक संयुक्त बैठक में तय हुआ कि आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाए.

उधर समाजवादी छात्रसभा के निवर्तमान महामंत्री ह्रदेश यादव, सछास के जिलाध्यक्ष मुकेश यादव के नेतृत्व में छात्रनेताओं ने कैंपस में हुई तोड़फोड़ के खिलाफ प्रदर्शन किया. और एबीवीपी के खिलाफ कार्रवाई को लेकर कॉलेज प्रशासन पर कार्रवाई का दबाव बनाया.


इसे भी पढ़ें-UP : बरेली कॉलेज में ABVP का उपद्रव, कार्रवाई न होने पर समाजवादी छात्रसभा ने प्राचार्य को घेरा


 

सछास के विरोध पर प्राचार्य अनुराग मोहन भटनागर ने चीफ प्रॉक्टर डॉ. वंदना शर्मा को एक पत्र लिखा. जिसमें कैंपस में तोड़फोड़ करने वाले एबीवीपी कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने के निर्देष दिए.

लेकिन सोमवार यानी आज तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है. इसी से नाराज कर्मचारी और शिक्षकों ने कैंपस को अनिश्चितकालीन के लिए बंद कर दिया है. (Bareilly College Closed ABVP)

 

कर्मचारी संघ के अध्यक्ष जितेंद्र मिश्रा ने कहा कि कैंपस में तोड़फोड़ और मारपीट करके कॉलेज की गिरमा और अनुशासन की धज्जियां उड़ाई गई हैं. लेकिन जिला प्रशासन कोई एक्शन नहीं ले रहा है. ये दुर्भाग्यपूर्ण है. जब तक कार्रवाई नहीं होगी, बंद जारी रहेगा.

कॉलेज ऐसे समय बंद हुआ है, जब एडमिशन फॉर्म जमा हो रहे हैं. सोमवार को सैकड़ों छात्र-छात्राएं कैंपस आए. लेकिन बंद की वजह से उन्हें वापस लौटना पड़ा है.

प्राचार्य डॉ. अनुराग मोहन भटनागर ने द लीडर को बताया कि एडीएम ने शिक्षक-कर्मचारियों से बातचीत करके कार्रवाई का आश्वासन दिया है. हम सभी की यही कोशिश है कि कैंपस का अनुशासन कायम रहे. और पढ़ाई-लिखाई. इसके लिए जिला प्रशासन के सहयोग की जरूरत है. और उन्होंने आश्वासन भी दिया है.

आपको बता दें कि बरेली कॉलेज के विवाद को लेकर ही सछास और एबीवीपी के छात्रनेताओं में टकराव भी हो चुका है. फरीदपुर में दोनों गुटों में जमकर मारपीट हुई थी. (Bareilly College Closed ABVP)

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Ateeq Khan

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