बरेली : भोजीपुरा विधायक शहज़िल इस्लाम का जब विधानसभा में मुख्यमंत्री से हुआ सामना

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Shahzil Islam Meet CM Yogi
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करते मेरठ शहर विधायक रफीक़ अंसारी साथ में भोजीपुरा विधायक शहज़िल इस्लाम, बिलारी विधायक फहीम इरफान.

द लीडर : बरेली के भोजीपुरा से समाजवादी पार्टी के विधायक शहज़िल इस्लाम का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से विधानसभा में सामना हो गया. इस मुलाकात में शहज़िल का रुख और सुर उनके उस भाषण से पूरी तरह बदला था. जिसमें उनकी ज़ुबान से बंदूक का ज़ोर दिखाई दिया था. और इसके एवज में विधायक के पेट्रोल पंप पर बुल्डोज़र चल गया. (Shahzil Islam Meet CM Yogi)

यूपी का बजट सत्र चल रहा है. शहज़िल इस्लाम मेरठ के शहर विधायक रफीक़ अंसारी के साथ सदन में मुख्यमंत्री से मिले. रफीक़ अंसारी ने इस मुलाकात की एक तस्वीर शेयर की है, जिसमें शहज़िल इस्लाम भी है. रफीक़ अंसारी ने कहा कि उन्होंने बुनकरों की समस्याएं मुख्यमंत्री के सामने रखीं. सीएम ने यकीन दिलाया है कि राज्य के बुनकरों के हक़ में जल्द अच्छा फ़ैसला होगा. उनकी समस्याएं हल की जाएंगी.

ये तस्वीर काफी दिलचस्प है. इसलिए भी क्योंकि इसमें दो चेहरे चर्चित हैं. एक भोजीपुरा विधायक शहज़िल और दूसरे बिलारी विधायक फहीम इरफ़ान. फहीम इरफ़ान आज़म ख़ान के क़रीबियों में शुमार हैं. तीसरी बार विधायक बने हैं. गत दिनों जब आज़म ख़ान शपथ लेने विधानसभा पहुंचे थे तो फहीम इरफ़ान उनके साथ नज़र आए थे. और इसी बीच वह विधायक रफीक़ अंसारी और शहज़िल इस्लाम के साथ सीएम से मुलाकात करते दिखे हैं. तो क्या ये माना जाए कि आज़म ख़ान ने दूसरे दलों के नेताओं के साथ दुआ-सलाम रखने की जो बात कही थी-उनके क़रीबी इस पर अमल करने लग गए हैं. बहरहाल ये शिष्टाचार मुलाकात है. लेकिन राजनीति में हर तस्वीर के मायने तो होते ही हैं.

शहज़िल इस्लाम की बात करें तो वह पूर्व मंत्री हैं. अप्रैल में उनकी जीत की खुशी में एक समारोह रखा गया था. जहां शहज़िल अपनी पार्टी की ताक़त का एहसास कराते हुए लाइन क्रॉस कर गए. बोले-अब सदन में सरकार की तानाशाही नहीं चलेगी. अगर उनकी ज़ुबान चलेगी तो हमारी बंदूक से धुआं नहीं बल्कि गोलियां निकलेंगी. (Shahzil Islam Meet CM Yogi)

शहज़िल के इस बयान के बाद बरेली विकास प्राधिकरण ने उनके पेट्रोल पंप पर बुल्डोज़र चला दिया. इस आरोप के साथ कि पेट्रोल पंप बिना नक्शा पास किए बनाया गया है. बाद में शहज़िल की कई दूसरी प्रॉपर्टी पर नोटिस जारी हुए. तो हंगामा खड़ा हो गया. समाजवादी पार्टी ने एक प्रतिनिधि मंडल को जांच के लिए बरेली भेजा. और अखिलेश यादव ने शहज़िल पर कार्रवाई के मामले को दो दिन पहले ही सदन में भी उठाया.

दरअसल, इस कार्रवाई के बाद से ही शहज़िल इस्लाम समाजवादी पार्टी से थोड़ी दूरी बनाए हुए थे. और मीडिया के सवालों से भी पूरी तरह बचते नज़र आ रहे थे. बजट सत्र की शुरुआत से एक दिन पहले वह रामपुर में आज़म ख़ान से मुलाकात करने पहुंचे थे, जहां उन्होंने बजट सत्र में हिस्सा लेने की बात कही थी. (Shahzil Islam Meet CM Yogi)

चूंकि अब मुख्यमंत्री से उनकी मुलाकात हो गई है. और उनके ख़िलाफ जो कार्रवाई की चर्चाएं आम थीं वो भी थम गई हैं. तो यही उम्मीद जताई जा रही है कि आगे भी सब ठीक ही रहेगा.

शहज़िल इस्लाम का ताल्लुक बरेली के बड़े राजनीतिक परिवार से है. उनके पिता इस्लाम साबिर और उनके दादा भी विधायक रहे हैं. शहज़िल इस्लाम अंसारी बिरादरी से हैं. योगी आदित्यनाथ के मंत्रीमंडल में जो एकमात्र मुस्लिम मंत्री हैं-दानिश आज़ाद वो भी अंसारी बिरादरी से आते हैं. दानिश को जब मंत्री बनाया गया था तो यही संभावना जताई गई थी कि सत्तारूढ़ भाजपा की नज़र मुस्लिम समुदाय के पिछड़े वर्ग पर है. और उसे लुभाने के लिए ही दानिश को मंत्रीपद से नवाज़ा गया है. दानिश को मंत्री बनाने पर पिछड़े वर्ग से पार्टी को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रिया आई थी. लेकिन इसी बीच जब शहज़िल इस्लाम निशाने पर आए तो इस वर्ग में बेचैनी भी देखी गई. (Shahzil Islam Meet CM Yogi)