
द लीडर हिंदी: चाहे अपराधी हो या खाकी… गलती करने पर बरेली के एसएसपी अनुराग आर्य किसी को नहीं बख्शते. क्रिमनलर्स पर उनका सख्त एक्शन जारी है तो भ्रष्ट पुलिस कर्मियों पर बड़ी कार्रवाई. इसका ताजा मामला फतेहगंज पश्चिमी से सामने आया है. जहां चौकी इंचार्ज समेत तीन पुलिस कर्मियों को एसएसपी ने जबरन वसूली और अपहरण के आरोप में सस्पेंड कर दिया है. साथ ही तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है. एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि फतेहगंज पश्चिमी कस्बा की पुलिस चौकी इंचार्ज के खिलाफ शिकायत मिलने पर सीओ हाईवे द्वारा जांच कराई गई. पीड़ित के बयान से घटना सही मिलने पर चौकी इंचार्ज एसआई बलवीर सिंह, कांस्टेबल मोहित चौधरी और कांस्टेबल हिमांशु को सस्पेंड कर दिया गया है.
दरअसल, फतेहगंज पश्चिमी में भिटौरा गांव निवासी बलवीर मेहनतकश किसान है. गुरुवार को फतेहगंज पश्चिमी पुलिस चौकी के इंचार्ज एसआई बलवीर सिंह, कांस्टेबल मोहित चौधरी और कांस्टेबल हिमांशु अचानक उनके घर में घुस आए और सामान इधर-उधर फेंकते हुए तलाशी लेने लगे. फिर स्मैक तस्करी का आरोप लगाते हुए उन्हें जबरन घर से उठा ले गए. देर शाम तक बलवीर को थाने के पास एक निजी आवास में बैठाए रखा और उनके परिवार वालों से छोड़ने के नाम पर 3 लाख रुपये मांगे. जब उनके भतीजे सुमित ने घर से 2 दो लाख रुपये लाकर दिए, तब जाकर उन्हें छोड़ा. इस दौरान धमकाया कि किसी से इसकी शिकायत की तो झूठे मुकदमें में फंसाकर तुम्हारी जिंदगी बर्बाद कर देंगे. बलवीर के घरवालों ने मामले की शिकायत आईजी डॉ. राकेश सिंह और एसएसपी अनुराग आर्य से की तो उन्होंने तत्काल सीओ हाईवे नीलेश मिश्रा को भेजकर जांच कराई. इसमें चौकी इंचार्ज का खेल खुलकर सामने आ गया. वहीं, जांच की भनक लगने पर चौकी इंचार्ज समेत दोनों सिपाही फरार हो गए. सीओ हाईवे की रिपोर्ट पर एसएसपी ने तीनों को सस्पेंड कर दिया और एफआईआर दर्ज कराई.