द लीडर : दिल्ली के जंतर-मंतर पर भारत जोड़ो आंदोलन में मुसलमानों के खिलाफ हिंसक नारेबाजी के मामले में अश्वनी उपाध्याय समेत छह लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है. राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने नोटिस जारी करके 10 अगस्त यानी मंगलवार को ही दिल्ली पुलिस कमिश्नर को तलब किया है. इन सवालों के साथ कि नारेबाजी मामले में कितने लोगों पर कार्रवाई हुई. और कितनों को गिरफ्तार किया गया है. (Ashwani Upadhyay Violence Muslim)
देश के संसद और राष्ट्रपति भवन से चंद कदमों की दूरी पर खुलेआम मुसलमानों के खिलाफ हिंसा का आह्वान करने की इस घटना ने लाखों लोगों को विचलित कर दिया.
सोशल मीडिया पर सरकार और पुलिस से तीखे सवालों की झड़ी लग गई. कार्रवाई न होने पर अालोचना होने लगी. पहले पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया.
इसे भी पढ़ें –तो अब नए भारत में मुसलमानों के खिलाफ नफरत और हिंसा का चैप्टर अनिवार्य हो गया!
बढ़ते सामाजिक दबाव और विरोध के बीच आंदोलन के आयोजक अश्वनी उपाध्याय को नामजद किया गया. और मंगलवार की सुबह को अश्वनी व आंदोलन में शामिल अन्य छह लोगों को हिरासत में लिया गया है. अश्वनी के अलावा विनोद शर्मा, दीपक सिंह, विनित क्रांति, पुनीत सिंह और दीपक को हिरासत में लिया गया है.
हालांकि अश्वनी उपाध्याय इस तरह की नारेबाजी में शामिल होने से इनकार करते रहे हैं. (Ashwani Upadhyay Violence Muslim)
8 अगस्त को भारत छोड़ो आंदोलन की पूर्व संध्या पर जंतर-मंतर पर भारत जोड़ो आंदोलन हुआ था. आंदोलन में पांच कानूनों की मांग की. इसमें समाजन शिक्षा, समान नागरिक संहिता, धर्मांतरण कानून, जनसंख्या नियंत्रण कानून आदि शामिल हैं.
अश्वनी अंग्रेजी कानूनों को खत्म कर नया विधान रचे जाने को लेकर आंदोलनरत हैं. और उन्हें व्यापक जनसमर्थन भी हासिल है. भारत जोड़ो आंदोलन में भारी संख्या में भीड़ इस बात का प्रमाण है.
दिल्ली में पिछले सप्ताह की हज हाउस को लेकर आंदोलन मार्च निकाला गया था. इसमें भी हिंसात्मक नारेबाजी और बयानबाजी सामने आई थीं. (Ashwani Upadhyay Violence Muslim)
इसे भी पढ़ें- लव जिहाद विवाद के बीच मुस्लिम लड़कियों पर निशाना, बोर्ड का सख़्त पैग़ाम-ग़ैर मज़हब में शादी हरगिज़ नहीं
इससे पहले मुस्लिम लड़कियों और महिलाओं के नंबर सोशल मीडिया पर वायरल करके उन्हें इस्तेमाल किए जाने की मुहिम छेड़ी जा चुकी है. सुल्ली डील्स पर मुस्लिम महिलाओं की खरीद-फरोख्त मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. (Ashwani Upadhyay Violence Muslim)