द लीडर। यूपी में जहां चुनाव हो रहे है। वहीं सात मार्च को सातवें चरण का मतदान होना है। जिसको लेकर प्रशासन अपनी तैयारियों में जुट गया है। लेकिन पहले चरण के चुनाव से लेकर छठें चरण के चुनाव तक विपक्ष ने ईवीएम पर गंभीर आरोप लगाए। लेकिन इस बीच बस्ती में वीवीपैट की पर्चियां मिलने से प्रशासन पर सवालियां निशान खड़े हो रहे है।
यूपी विधानसभा चुनाव में स्ट्रांग रूम बनाए बस्ती मंडी समिति परिसर के बाहर टूटी चाहरदीवारी के पास वीवीपैट से निकली पर्चियां, ईवीएम एड्रेस टैग और कुछ अन्य प्रपत्र फेंके मिले।
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खेल-खेल में बच्चों ने इसे देखा तो सूचना राजनैतिक दलों तक पहुंच गई। इस पर सपा, बसपा समेत अन्य दलों के प्रत्याशी और समर्थक बड़ी संख्या में मंडी समिति परिसर पहुंचे।
प्रशासन पर फर्जीवाड़ा करने का आरोप
उन्होंने प्रशासन पर फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगाया। सपा, बसपा ने इसकी शिकायत आयोग से करने के बाद प्रेक्षकों से मुलाकात कर उच्चस्तरीय जांच की मांग की। इस पर डीएम सौम्या अग्रवाल ने वीडियो जारी कर सफाई दी है।
डीएम ने बताया कि, मंडी समिति परिसर के बाहर मिली वीवीपैट की पर्चियां कमीशनिंग के समय की हैं। जब ईवीएम में प्रत्याशियों के नाम और सिंबल फीड किए जाते हैं, उस समय जांच के लिए किए गए पोल की ये पर्चियां हैं। इन पर्चियों का वास्तविक मतदान में निकलीं वीवीपैट पर्चियों से कोई संबंध नहीं है।
पोल ईवीएम और वीवीपैट, प्रत्याशियों और उनके प्रतिनिधियों के सामने स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रखे गए हैं। स्ट्रांग रूम की थ्री लेयर सुरक्षा है। पहले लेयर में केंद्रीय सुरक्षा बल, दूसरे में सशस्त्र सुरक्षा बल और तीसरे लेयर में जिले की पुलिस है।
प्रत्याशियों और समर्थकों ने लगाया ये आरोप
वीवीपैट की पर्ची मिलने की शिकायत करने के लिए शुक्रवार की देर शाम प्रत्याशी और राजनैतिक दल के प्रतिनिधि सर्किट हाउस पहुंचे थे। उन्होंने प्रेक्षकों के सामने अपना पक्ष रखा। करीब 11 बजे प्रत्याशी फिर से मंडी समिति पहुंचे। जहां पर पहले से बड़ी संख्या में समर्थक मौजूद थे।
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सभी मंडी समिति परिसर में घुसने का प्रयास करने लगे। पुलिस ने रोकने का प्रयास किया, लेकिन उनका प्रयास विफल रहा। बाद में सपा प्रत्याशी राजेन्द्र चौधरी ने मंडी समिति परिसर में प्रत्याशियों की तरफ से निगरानी के लिए टेंट लगाने और पास जारी करने की मांग की।
मंडी परिसर के बाहर बच्चों को मिली पर्चियां
शुक्रवार दोपहर बाद अमौली गांव पास मंडी समिति की टूटी चाहरदीवारी के पास भारी मात्रा में कागजात फेंके मिले थे। यहां पर गांव के बच्चे आए और कागजों को लेकर खेलने लगे। किसी ने देखा कि इसमें वीवीपैट से निकली पर्ची है। यह सूचना तेजी से राजनैतिक दलों के बीच पहुंची। इन पर्चियों में बसपा और भाजपा की भी पर्ची थी।
करीब तीन बजे सपा जिलाध्यक्ष और सदर से प्रत्याशी महेन्द्र नाथ यादव समर्थकों के साथ पहुंच गए। सदर से बसपा प्रत्याशी डॉ.आलोक रंजन, रुद्धौली से बसपा प्रत्याशी अशोक मिश्र, सपा के राजेन्द्र चौधरी के साथ बड़ी संख्या में लोग मंडी परिसर में प्रवेश कर गए।
मंडी समिति परिसर में एडीएम उप जिला निर्वाचन अधिकारी अभय कुमार मिश्र, एसडीएम सदर आनंद श्रीनेत और अन्य आरओ भी मौजूद रहे। बसपा नेताओं ने इसकी फोटो खींच कर वायरल करना शुरू किया।
नेताओं ने एडीएम और अन्य अधिकारियों से वीपीपैट की फेंकी हुई पर्चियों के बारे में पूछना शफरू कर दिया। प्रत्याशियों का कहना है कि मौके पर मौजूद अधिकारी इसका संतोषजनक उत्तर नहीं दे पाए।
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