सेंट्रल यूनिवर्सिटीज में बदल गया एडमिशन का आधार, अप्रैल से शुरू होंगे आवेदन

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द लीडर | विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने सोमवार को केंद्रीय विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (CUET) शुरू करने की घोषणा की. सभी 45 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में स्नातक कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए पहली अनिवार्य आम प्रवेश परीक्षा जुलाई के पहले सप्ताह में आयोजित की जाएगी, यूजीसी के अध्यक्ष एम जगदीश कुमार ने सोमवार को घोषणा की.


यूजीसी ने कहा है कि 2022-23 सत्र से ही कॉमन एंट्रेंस टेस्ट लिया जाएगा. इस परीक्षा के आधार पर केंद्रीय विश्वविद्यालय और इससे अंगीभूत कॉलेजों में छात्रों को ग्रेजुएशन में एडमिशन मिलेगा. हालांकि केंद्रीय विश्वविद्यालयों को अपने विश्वविद्यालय में दाखिले के लिए बोर्ड परीक्षा में प्राप्त एक न्यूनतम प्रतिशत को अपनाने का अधिकार होगा.

यूजीसी (UGC) के अध्यक्ष एम जगदीश कुमार ने सोमवार को घोषणा की है कि सभी 45 सेंट्रल यूनिवर्सिटी में ग्रेजुएट कोर्स में एडमिशन के लिए कॉमन एंट्रेंस टेस्ट जुलाई के पहले सप्ताह में आयोजित की जाएगी. उन्होंने कहा कि कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET 2022) एक कम्प्यूटरीकृत परीक्षा है और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा आयोजित की जाएगी.

अप्रैल में यहां से डाउनलोड करें फॉर्म

सीयूईटी 2022 रजिस्ट्रेशन फॉर्म (CUET 2022 Registration Form) nta.ac.in से डाउनलोड किए जा सकेंगे. आपकी जानकारी के लिए बता दें, सीयूईटी 2022 रजिस्ट्रेशन फॉर्म फिलहाल यूजी कोर्स के लिए उपलब्ध करवाए जाएंगे. ये फॉर्म अप्रैल 2022 के पहले हफ्ते में जारी कर दिए जाएंगे. वहीं, पीजी कोर्स के लिए होने वाली परीक्षा की जानकारी nta.ac.in पर जल्द ही जारी कर दी जाएगी.

क्‍या होगा एग्‍जाम का पैटर्न?

CUCET प्रवेश परीक्षा दो शिफ्ट में आयोजित की जाएगी. पहली शिफ्ट में, उम्मीदवार एक भाषा, दो डोमेन-स्‍पेसिफिक पेपर और सामान्य परीक्षा देंगे. वहीं, दूसरी शिफ्ट में, छात्र शेष चार डोमेन-स्‍पेसिफिक सब्‍जेक्‍ट और फ्रेंच, अरबी, जर्मन आदि समेत किसी एक वैकल्पिक भाषा की परीक्षा देंगे. पेपर में बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) होंगे. स्किल असेसमेंट टेस्ट में लिखित परीक्षा, कम्‍यूनिकेशन स्किल और लॉजिकल रीज़निंग की परीक्षा होगी. कोर्स के अनुसार, एग्‍जाम का पैटर्न अलग-अलग होगा जिसकी पूरी जानकारी नोटिफिकेशन में मिलेगी.

परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग भी होगी

दूसरी शिफ्ट में, वे अन्य चार डोमेन विषयों और एक अतिरिक्त भाषा परीक्षण के लिए उपस्थित होंगे, यदि वे चुनते हैं. CUET में NCERT की किताबों पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्न होंगे और गलत उत्तरों के लिए नेगेटिव मार्किंग होगी. CUET को राज्य, निजी, डीम्ड विश्वविद्यालयों द्वारा भी अपनाया जा सकता है. बयान में कहा गया है, “बड़ी संख्या में केंद्रीय विश्वविद्यालयों ने भी सीयूईटी – 2022 (पीजी) में अपनी भागीदारी की पुष्टि की है, जिसका विवरण एनटीए की वेबसाइट nta.ac.in पर जल्द ही उपलब्ध होगा.

6 डोमेन चुन सकते है छात्र

चार वर्षीय स्नातक डिग्री प्रोग्राम के आधार पर सीयूईटी में 27 डोमेन रखे गए हैं. छात्रों को इन में से एक या अधिकतम छह डोमेन यानी सब्जेक्ट की च्वॉइस रखने का विकल्प मिलेगा. कुछ डोमेन एंथ्रोपोलॉजी, अकाउंटिंग, बुक-कीपिंग आदि हैं. कुछ यूनिवर्सिटी ऐसी भी हैं जो डोमेन-स्पेसिफिक सिलेबस में प्रवेश के लिए एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया के रूप में सामान्य परीक्षा भी आयोजित करती हैं.

हिंदी, अंग्रेजी सहित 13 भारतीय भाषा में होगी परीक्षा

सीयूईटी में परीक्षा का माध्यम हिंदी, अंग्रेजी सहित 13 भारतीय भाषाओं में आयोजित की जाएगी. छात्र इन 13 भाषाओं में से कोई भी चुन सकते हैं. इसमें मराठी, गुजराती, तमिल, तेलगू, कन्नड़, मलयालम, उर्दू, असमी, बांग्ला, उड़िया, असमी, हिंदी समेत अंग्रेजी शामिल हैं. सीयूईटी में अनिवार्य परीक्षा इन्हीं भारतीय भाषाओं में से किसी एक में देनी होगी.

क्या है  CUET पैटर्न 

चेयरमैन ने कहा कि छात्रों के इस नए पैटर्न की परीक्षा में छात्रों को मल्टीपल च्वाइस क्वेश्चन का जवाब देना पड़ेगा और यह टेस्ट कंप्यूटर बेस्ड होगा. जिसका मतलब है कि छात्र कॉपी पर अपने सवाल का हल कर कंप्यूटर में टिक मार्क करेंगे.

इस तरीके से परीक्षा देने पर हर क्षेत्र के बच्चों को बराबर का अवसर मिले ये UGC कैसे सुनिश्चित कर सकता है. इस सवाल के जवाब में चेयरमैन डॉक्टर जगदीश कुमार ने कहा कि प्रवेश परीक्षा के दौरान हम ध्यान रखेंगे कि बच्चें अपनी मात्र भाषा में भी परीक्षा दे पाएं. ऐसा करने से उन्हें सवाल समझने में आसानी होगी और हर किसी को प्रवेश परीक्षा देने का समान अवसर मिलेगा. उन्होंने कहा कि CUET 13 भाषाओं में कंडक्ट किया जाएगा. जिसमें एक अंग्रजी और 12 मात्र भाषाएं होंगी.

उनसे पूछा गया कि देश में अब भी ऐसे कई राज्य हैं जहां बच्चों को कंप्यूटर चला पाने का अवसर नहीं मिला है. ऐसे में उसे अचानक टेस्ट के लिए बैठा दिया जाना बच्चे के लिए चैलेंजिंग हो सकता है. इस मामले को लेकर UGC ने क्या सोचा है. जवाब में उन्होंने कहा कि CUET परीक्षा में पार्टिसिपेट करने के लिए किसी बच्चे को कंप्यूटर ऑपरेट करना आए ये जरूरी नहीं है. बच्चों को बस टिक मार्क करना है जो काफी आसान है. हालांकि नेगेटिव मार्किंग भी होगी.

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