द लीडर : उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में गृह-राज्यमंत्री अजय मिश्रा उर्फ टेनी के बेटे आशीष मिश्रा ने किसानों को गाड़ियों से कुचलने की साजिश रची थी. हाईकोर्ट के जस्टिस की निगरानी में गठित एसआइटी जांच में इसका खुलासा हुआ है. एसआइटी ने अपनी रिपोर्ट में आरोपियों के विरुद्ध हत्या समेत कई अन्य संगीन धाराओं में मामला दर्ज करने की सिफारिश की है. (Lakhimpur Farmers Attack Conspiracy)
लखीमपुर के तिकुनिया में किसानों ने कृषि कानूनों के खिलाफ एक विरोध मार्च निकाला था. इस काफिले पर आशीष मिश्रा ने गाड़ियां चढ़ा दी थीं. जिसमें 4 किसान, एक पत्रकार, ड्राईवर और दो भाजपा कार्यकर्ताओं की यानी कुल 8 लोगों की मौत हो गई थी.
शुरुआत में गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा ने अपने बेटे की सहभागिता से इनकार करते हुए कहा था कि अगर उस पर आरोप साबित होता है. तो वह अपने पद से इस्तीफा दे देंगे.
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सोमवार को एसआइटी ने लखीमपुर खीरी के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट को एक रिपोर्ट सौंपी है. जिसमें कहा है कि, ये घटना लापरवाही की नहीं, बल्कि सोची-समझी साजिश है. और इन्होंने हत्या की नीयत से घटना को अंजाम दिया था. (Lakhimpur Farmers Attack Conspiracy)
एसआइटी ने कहा कि इस घटना में आरोपियों के खिलाफ केवल धारा 279, 338 और 304-ए का मामला नहीं बनता है. बल्कि इनके साथ ही भारतीय दंड संहिता की धारा-307, 326, 302, 147, 148, 149, 120 बी और 3/25/30 शस्त्र अधिनियम में परिवर्तित करने की कृपा करें.
एसआइटी की रिपोर्ट में ये पूरी तरह से साफ हो गया है कि लखीमपुर में किसानों को सबक सिखाने के लिए गृह राज्यमंत्री के बेटे ने उन पर हमले की योजना बनाई थी. और इसी के मुताबिक अपनी गाड़ियों का काफिला उन पर चढ़ा दिया.
आशीष मिश्रा समेत उसके आरोपी साथी जेल में हैं. इस बीच किसान आंदोलन खत्म हो चुका है. किसानों की मांग है कि गृह राज्यमंत्री को पद से हटाया जाए. चूंकि वह खुद वह कह चुके हैं कि अगर इसमें उनके बेटे का आरोप मिलता है तो वह इस्तीफा दे देंगे. (Lakhimpur Farmers Attack Conspiracy)