वीडियो : इस्मत चुगताई की बेबाक लेखनी को साहित्य जगत में खूब सराहना मिली है. जिस कॉलेज में इस्मत आपा प्रधानाचार्य रही हैं-उस कॉलेज की लड़कियों में भी बेबाकी का अक्स है. दहेज के मुद्दे पर उन्होंने लड़कों को निशाने पर लिया और कड़ी आलोचना की. अहमदाबाद में आयशा की मौत के बाद मुस्लिम समाज में दहेज को लेकर थोड़ी बेचैनी पैदा हुई है. लेकिन ये ऐसी बुराई है, जिसका लंबा इलाज चलेगा. तब शायद समाज को दहेज के रोग से छुटकारा मिल पाए. ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, दरगाह आला हजरत समेत अन्य खानकाहें और उलमा भी दहेज के खिलाफ मुहिम चला रहे हैं. इसी कड़ी में द लीडर हिंदी ने भी महिलाओं के हक में इसे आगे बढ़ाने की कोशिश की है. (Ismat Chughtai College Girl Dowry)