ज्योति एस हरिद्वार।
कुंभ मेला क्षेत्र में भूमि आवंटन को लेकर पुरी गोवर्धन पीठ के जगदगुरू शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने केंद्र और राज्य सरकार को भूमि आवंटन के लिए 5 दिन का अल्टीमेटम दिया है। आरोप लगाया कि शासन तंत्र उनकी (शंकराचार्य) की उपेक्षा कर रहा है। यह उपेक्षा स्वीकार्य नहीं। अपने वीडियो संदेश में उन्होंने ऐसा न होने पर इसके परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहने की चेतावनी दी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित अपने संदेश में अपील की है कि हरिद्वार में इस समय कुंभ चल रहा है, जिसमें धर्मध्वजा और महाशिवरात्रि स्नान भी संपन्न हो चुका है। बावजूद इसके शंकराचार्य नगर की स्थापना, आदि का काम पूरी तरह से उपेक्षित पड़ा हुआ है। अब तक मेला प्रशासन की ओर से भूमि आवंटन करने का कार्य शुरू नहीं किया गया है। आपके राज में ही यह सब हो रहा है, अगर इस समस्या का हल नहीं किया गया तो हम संकेत करेंगे कि आप लोग शासन के योग्य नहीं हैं। उन्होंने कुंभ का इतिहास बताते हुए कहा कि इतिहास में भी नागा संन्यासी और संतों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। एक और कुंभ मेला शुरू हो चुका है, उसके बावजूद अब तक उचित भूमि देने का प्रकल्प भी शुरू नहीं किया गया है। इस तरह आपके राज्य में हमारी उपेक्षा हो रही है मेरी आपसे विनती है कि आप अपने मुख्यमंत्री और मंत्रियों को आदेश करें कि वह 5 दिन में हमें हरिद्वार में कुंभ के लिए भूमि आवंटित करने का कार्य करें अन्यथा इसका परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें।