प्रियंका गांधी ने कहा कि, ‘ये एक शहीद का परिवार है. मुझे अपने अनुभव से मालूम है. इस शहादत को हम कभी भूल नहीं सकते. उसे दिल में रखना होगा.’ नवरीत को याद करते हुए कहा कि वह मात्र 25 साल के थे. मेरा बेटा 20 साल का है. आप सबके बच्चे हैं. उत्साह में वे किसानों के साथ खड़े होने चले गए. एक ऐसा हादसा हुआ कि वापस नहीं आए. आखिर वे क्यों गए थे वहां. ये कोई राजनीतिक साजिश नहीं थी.