द लीडर : मध्यप्रदेश के इंदौर में जिस चूड़ीवाले तस्लीम को भीड़ ने हिंदू बहुल इलाके में चूड़ियां बेचने को लेकर पीटा था. वह तस्लीम पिछले अगस्त महीने से जेल में बंद हैं. उनकी जमानत अर्जी पर सुनवाई लगातार टल रही है. हाईकोर्ट में एक बार फिन उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई नहीं हो पाई. विवाद के बाद तस्लीम के खिलाफ पॉक्सो का केस दर्ज किया गया था. जबकि उन्हें पीटने वाले आरोपी जमानत पर बाहर हैं. (MP Tasleem Bail Hearing)
This is totally inhuman. Courts must understand the importance & urgency of liberty. Bail cases should not take more than a week https://t.co/1cYNiY1TFU
— Prashant Bhushan (@pbhushan1) October 29, 2021
तस्लीम पिछले करीब 63 दिनों से जेल में हैं. उनकी जमानत अर्जी पर तीन दफा सुनवाई टल चुकी है. अगली तारीख 9 नवंबर मुकर्रर हुई है. पत्रकार तबनीहा अंजुम के एक ट्वीट पर सुप्रीमकोर्ट के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने कहा-यह पूरी तरह से अमानवीय है. अदालत को स्वतंत्रा के महत्व और उसकी जरूरत को समझना चाहिए. बेल मामले को एक सप्ताह से ज्यादा नहीं लेना चाहिए.
25 साल के तस्लीम मूलरूप से यूपी के हरदोई जिले के रहने वाले हैं. वो इंदौर में फेरी लगाकर चूड़ियां बेचा करते थे. जहां अगस्त में एक भीड़ ने उन्हें घेर लिया. आधार कार्ड चेक किया. और पिटाई लगाई. घटना का वीडियो वायरल हुआ. जिसमें भीड़ तस्लीम को ये कहकर पीट रही थी कि वो हिंदू बहुल इलाके में चूड़ियां बेचने कैसे आए.
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वीडियो को लेकर काफी हंगामा खड़ा हुआ. मामला राष्ट्रीय स्तर पर छाया तो पुलिस एक्शन लेने को मजबूर हुई. इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. इससे हिंदुवादी संगठन नाराज हो गए. और उन्होंने आरोपियों के समर्थन में रैलियां निकालीं. (MP Tasleem Bail Hearing)
इसके बाद तस्लीम पर नाबालिग बच्ची के साथ छेड़खानी का आरोप लगा. और पॉक्सो का केस दर्ज करके उन्हें जेल भेज दिया गया. काबिलेगौर है कि जिन लोगों ने तस्लीम को पीटा था. वे कुछ रोज बाद ही जमानत पर बाहर आ चुके हैं. जबकि तस्लीम अभी भी जेल में हैं.
एमपी में तेजी से बढ़ रही सांप्रदायिक हिंसा
तस्लीम की घटना के बाद मध्यप्रदेश में सांप्रदायिक हिंसा और नफरत की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं. यहां तक कि मेहनतकश मजदूर, रेहड़ी-पटरी वालों को सिलसिलेवार तरीके से निशाना बनाया गया. अगस्त से सितंबर के बीच आधा दर्जन से अधिक घटनाएं दर्ज हुईं, जिनमें मुस्लिम समुदाय के छोटे कारोबारियों को निशाना बनाया गया.
हाल ही में इंदौर के एक कॉलेज में गरबा पार्टी से मुस्लिम छात्रों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. इसलिए क्योंकि हिंदूवादी संगठनों ने उनका विरोध किया था. इस आरोप के साथ कि ये लव जिहाद में शामिल हैं. जबकि छात्र उसी कॉलेज में पढ़ते थे. अपने ही कैंपस के कार्यक्रम में शामिल होने पर पुलिस ने उनके खिलाफ कार्रवाई की. (MP Tasleem Bail Hearing)