आंदोलन को बदनाम करने की साजिश कामयाब, किसान नेता बोले-सरकार बताए दीप सिद्धू लाल किला कैसे पहुंचे

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लाल किले के अंदर झंडा फहराने के घटनाक्रम के बाद मौके पर जमा भीड़. द लीडर

द लीडर : किसान आंदोलन के ऐसे हश्र को लेकर जो आशंका थी. सच साबित हुई. गणतंत्र दिवस पर किसान ट्रैक्टर परेड में भारी बवाल के बीच सबसे शर्मनाक तस्वीर लाल किले की है. जिसके सहारे किसानों के समर्थन में उमड़ी जनभावना को उनके खिलाफ कर दिया गया. ये करतूत दीप सिद्धू की है, जो एक नेता है. और पंजाब के गुरदासपुर से सांसद-अभिनेता, सन्नी देवल का करीबी माना जाता है.

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किसान मजदूर संघर्ष समिति के जनरल सचिव सरवन सिंह का आरोप है कि, ‘दीप सिद्धू की फोटो पीएम के साथ आ रही है. हमें इन पर शक है. दीप सिद्धू लाल किले के पास कैसे गए और कहां से वापस आ गए. जिन लोगों ने ऐसा किया, उन्हें चिन्हित किया जाएगा. ये सब किसान मजदूरों को बदनाम करने के लिए किया गया है.’

अखिल भारतीय किसान महासभा के महासचिव हन्ना मोल्लाह का कहना है कि ‘किसानों को बदनाम करने की कोशिश लगातार चल रही थी. हमें डर था कि कोई साजिश कामयाब न हो जाए. आखिर कामयाब हो ही गई. लाल किले में बिना किसी सांठगांठ के कोई नहीं पहुंच सकता. इसके लिए किसानों को बदनाम करना ठीक नहीं.’

मंगलवार की हिंसा में करीब 80 से अधिक पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं, जबिक एक किसान की मौत हो गई और कई घायल हुए हैं. इस मामले में पुलिस ने 22 लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की है. बुधवार को दिल्ली पुलिस के कमिश्नर के साथ पुलिस अधिकारियों की बैठक चल रही है. इस सबके बीच भाजपा नेता किसान नेताओं पर हमलावर है.

 

भाजपा नेता शहनवाज हुसैन ने समाचार एजेंसी एएनआइ से कहा कि ‘जो शंका थी वो सही साबित हुई. किसान संगठन बड़ी-बड़ी बातें कर रहे थे कि अनुशासन रहेगा.

हम जश्न में शामिल होने जा रहे हैं. यह जश्न था या गणतंत्र दिवस के दिन भारत पर हमला था. इन्होंने लाल किले को अपवित्र किया है. इन सबके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.’

भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सवाल किया है कि ‘झंडा फहराया किसने? एक कौम को बदनाम करने की साजिश पिछले 2 महीने से चल रही है.

कुछ लोगों को चिन्हित किया गया है, उन्हें आज ही यहां से जाना होगा. जो आदमी हिंसा में पाया जाएगा, उसे स्थान छोड़ना होगा और उसके खिलाफ कार्रवाई होगी.’


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वहीं, पंजाब से कांग्रेस नेता रवनीत सिंह बिट्टू ने ‘पंधेर, पन्नू और दीप सिद्धू का नाम लेते हुए कहा कि ये तीन लोग हैं, जिन्हें अभी तक पंजाब वालों ने चिन्हित किया है. जिन्होंने सारा कारनामा किया. किसान आंदोलन को तबाह करने के लिए इनको बहुत बड़ी फंडिंग हुई है.’

कौन है दीप सिद्धू

भाजपा नेता अभिनेता सन्नी देवल गुरदासपुर से सांसद हैं. दीप सिद्धू ने लोकसभा चुनाव में सन्नी देवल के लिए प्रचार किया था. वो अभिनेता धर्मेंद्र के बैनर तले बनी एक फिल्म के लीगल एडवाइजर भी बताए जा रहे हैं.

आंदोलन की शुरुआत में दीप सक्रिय हुए. कई बार विवादित बयान दिए, जिस कारण किसान नेताओं ने उनसे दूरी बनाई. दीप के भाजपा के बड़े नेताओं के साथ फोटो भी सामने आए रहे हैं, जिससे आंदोलन को बदनाम करने को आरोपों को और हवा मिल रही है.

किसानों के खिलाफ कर दी हवा

कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले 2 महीनों से दिल्ली की सीमाओं पर शांतिपूर्वक प्रदर्शन चल रहा है. मगर 26 जनवरी की घटना के बाद इसका भविष्य क्या होगा. ये प्रश्न गहरा गया है. इसलिए क्योंकि अब तक किसानों के समर्थन में जो भावनाएं थीं, हिंसा के बाद एक धड़ा उनके खिलाफ हो गया है.