द लीडर : मुरादाबाद में सोमवार सुबह पुलिस टीम की अवैध वसूली की वजह से बड़ा हादसा हो गया. थाना पाकबड़ा क्षेत्र में लखनऊ हाईवे पर जीरो प्वाइंट गुन्नौर माफी के पास पुलिस टीम ने चेकिंग के लिए अचानक पिकअप को रोक लिया.
इस दौरान पीछे से आ रही डबल डेकर बस पिकअप से टकराकर पलट गई. हादसे में एक ट्रैफिक पुलिस कर्मी समेत चार की मौत हो गई. जबकि 20 लोग घायल हो गए थे.
बताया जा रहा है कि भीषण हादसे के बाद घायलों को अस्पताल पहुंचाने के बजाय चेकिंग कर रही पुलिस टीम मौके से भाग निकली थी.
मामले में मृतक सुरेश के भाई शिवकुमार ने तहरीर देकर छह अज्ञात पुलिस कर्मियों के खिलाफ धारा 304 के तहत गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है. चेकिंग कर रहे टीआई धर्मेंद्र सिंह राठौर को हिरासत में ले लिया गया है, जबकि पांच अन्य पुलिस कर्मी फरार हो गए है.
Chief Minister Yogi Adityanath expressed grief on the Moradabad incident. He has asked senior officials take care for treatment of the injured: Chief Minister's Office, Uttar Pradesh
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 28, 2021
उधर, हादसे को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुख व्यक्त किया है. साथ ही अधिकारियों को घायलों के समुचित इलाज की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं.
एसपी सिटी अमित आनंद ने हादसे में 4 लोगों की मौत होने की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है. मामले की जांच की जा रही है. उसी के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी.
हादसा पाकबड़ा थाना क्षेत्र में नेशनल हाइवे स्थित जीरो पॉइंट पर सुबह पांच बजे हुआ. शहर में प्रवेश कर रहे वाहनों से अवैध वसूली के लिए टीम चेकिंग कर रही थी. इस दौरान पुलिस टीम को पीलीभीत जा रही एक पिकअप आती दिखी तो पुलिसकर्मियों ने अचानक हाथ देकर पिकअप को रोक लिया.
पिकअप के अचानक ब्रेक लगाने पर पीछे से आ रही तेज रफ्तार डबल डेकर बस उससे भिड़ गई और अनियंत्रित होकर पलट गई. हादसा इतना भीषण था कि एक ट्रैफिक पुलिस कर्मी समेत चार लोगों की मौत हो गई. जबकि बस और पिकअप में सवार 20 यात्री घायल हो गए. घटना के समय बस में करीब 80 यात्री सवार थे.
पिकअप सीज करने की दी थी धमकी
शिवकुमार ने मझोला थाने में पुलिस टीम पर मुकदमा दर्ज कराया है. इसमें आरोप लगाया कि वह और उनके भाई सुरेश कुमार करीब 25 लोगों के साथ पंजाब से किराए की पिकअप में अपने गांव जा रहे थे.
सोमवार सुबह पांच बजे पिकअप मुरादाबाद में जीरो प्वाइंट के पास पहुंची तो हाईवे किनारे पुलिस की इंटरसेप्टर मिली. नीली बत्ती लगी इनोवा के पास खड़े पुलिस कर्मियों ने उन्हें रोक लिया, फिर पिकअप के कागजों में कमी बताकर पैसों की मांग करने लगे.
पैसे देने से इनकार करने पर पिकअप सीज करने की धमकी दी. इस दौरान पीछे से बस आ गई तो पुलिस कर्मी उसे रोकने के लिए बीच हाईवे पर खड़े हो गए. जिससे तेज रफ्तार बस अनियंत्रित हो गई. पिकअप से टकराने के बाद बस डिवाइडर से लड़ी और हाईवे की दूसरी ओर पलट गई.
बचाने के बजाय भाग निकली चेकिंग टीम
जिस चेकिंग टीम की लापरवाही से भीषण हादसा हुआ, वह घायलों को बचाने के बजाय मौके से भाग निकली. बताया जा रहा है कि पुलिस टीम वाहनों से अवैध वसूली कर रही थी इसलिए हादसे के बाद कार्रवाई के डर से उसने घायलों को अस्पताल तक नहीं पहुंचाया.
प्रत्यक्षदर्शी बोले, अवैध वसूली हादसे की वजह
हादसे के समय आसपास मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि पुलिस टीम की अवैध वसूली की वजह से हाईवे पर अक्सर हादसे होते रहते हैं. डग्गामार वाहनों से अक्सर अवैध वसूली की जाती है. इस दौरान पहले भी कई बार हादसे हो चुके हैं. सोमवार सुबह भी पुलिस अवैध वसूली कर रही थी. चेकिंग के लिए पिकअप को अचानक रोक लेने के कारण पीछे से आ रही डबल डेकर बस के ड्राइवर को ब्रेक लगाने का मौका ही नहीं मिल पाया. पिकअप से टकराने के बाद बस बेकाबू होकर पलट गई. जो बड़े हादसे का सबब बन गया.
हादसे में इनकी हुई मौत
भीषण हादसे में पिकअप सवार तेजप्रताप पुत्र बालकराम, सुरेश पुत्र तिलकराम निवासी देवरनियां कलां जिला पीलीभीत, सुरेश पुत्र रामचंदर निवासी गजरौला जिला पीलीभीत और बृज किशोर निवासी थाना जंहागीरबाद जिला बुलंदशहर की मौत होने की पुष्टि हुई है.